समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के संवाददाता सम्मेलन में लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) के सदस्य की मौजूदी पर पार्टी ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से जवाब मांगा है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह जानना चाहा है कि रविवार को हुए संवाददाता सम्मेलन में एलआईयू कर्मी को किसके निर्देश पर भेजा गया था।
सपा के वरिष्ठ नेता पवन पांडे ने कहा कि पार्टी के कार्यक्रम में एलआईयू कर्मी की मौजूदगी गंभीर मामला है।
उन्होंने कहा, “इससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा से डर गई है। हम सरकार को बताना चाहते हैं कि नेताओं की ताक-झांक से हम आम आदमी के मुद्दे उठाने से नहीं डरेंगे।”
अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी कार्यालय पर संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया था। सम्मेलन में उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया था।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निर्दोष लोगों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सीएए लाया गया है।
इस संवाददाता सम्मेलन में सपा नेताओं ने पत्रकारों के बीच एक एलआईयू कर्मी को बैठे देखा था।