लोकसभा चुनाव से ठीक एक सप्ताह पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। पार्टी के घोषणापत्र को जारी करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में, उन्होंने अपने सहयोगी और भाजपा प्रमुख मायावती के साथ एक ही पंक्ति में भाग लिया और उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि दोनों ही गरीब विरोधी नीति लाने के समान रूप से दोषी हैं।
अखिलेश ने कहा जो भाजपा हैं वही कांग्रेस हैं और जो कांग्रेस हैं वही भाजपा हैं…. आप लोग कन्फ्यूज मत होइए। अखिलेश अब तक चुनाव रैलियों मे कांग्रेस पर हमला करने से परहेज करते थे।
दो सप्तह पहले, कांग्रेस ने घोषणा की थी कि वह महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ने जा रही सीटों पर अपने उम्मीदवार नही उतारेगी। क्योकि सपा और बसपा के लिए अमेठी और रायबरेली के गांधी परिवार के गढों में उम्मीदवारों का नाम न लेना इसके बाद अखिलेश ने ट्वीट करके कहा था कि वह और मायावती कांग्रेस की मदद नही चाहते हैं और पार्टी कही भी अपने उम्मीदवार रख सकती हैं।
दूसरी ओर मायावती ने ट्वीट के द्वारा भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि इंद्ररा गांधी की कांग्रेस सरकार के द्वारा लगाए आपातकाल के तहत भारत को बहुत नुकसान हुआ, लेकिन भाजपा द्वारा नोटबंदी के अघोषित राजनीतिक और आर्थिक आपातकाल ने 130 करोड़ लोगों के जीवन को भारी बेरोजगारी का कारण बना दिया।उन्हे अब इस भाजपा सरकार से छुटकारा पाने का इंतजार हैं।
यह माना जाता है ं कि मायावती लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठजोड़ के खिलाफ थी। इसके लिए मायावती ने अखिलेश को राजी भी कर लिया था। बाद में 2017 चुनावों से पहले दोनों ही दलों ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लिया था जिसके बाद दोनों ही पार्टियां भाजपा से बुरी तरह हार गई थी।
मायावती और अखिलेश यादव रविवार को अपने महागठबंधन अभियान को शुरू करेंगे, जब वे सहारनपुर में एक रैली में मंच साझा करेंगे।