सदन में पार्टी की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने बुधवार को अपने लोकसभा सदस्यों की बैठक बुलाई है। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी।
कांग्रेस जनता संबंधी मुद्दों, आर्थिक मंदी, किसानों के संकट और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरना चाहती है। पार्टी अन्य मुद्दों पर भटकना नहीं चाहती है, जिनके बारे में यह दावा किया जाता है कि वे सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा उनकी रणनीति के तहत बनाए जा रहे हैं।
पार्टी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण और वायु गुणवत्ता के मुद्दे को भी उठाना चाहती है। मंगलवार को कांग्रेस ने प्रदूषण के मुद्दे पर सदन में बहस शुरू की और सरकार से कहा कि वह इस खतरे को नियंत्रित करने के लिए और ज्यादा कदम उठाए।
सोनिया गांधी ने एक पुरस्कार समारोह में बोलते हुए भी राजधानी के प्रदूषण स्तर पर भी चिंता जताई थी।
कांग्रेस 5 नवंबर से इन सभी मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है।
पार्टी चुनावी बांड का मुद्दा भी उठाना चाहती है और अन्य विपक्षी दलों से समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही है।
पार्टी ने आरोप लगाया है कि चुनावी बॉन्ड की योजना मनी लॉन्ड्रिंग के समान है, क्योंकि आम नागरिक यह नहीं जान सकते कि किस कॉर्पोरेट ने किसको पैसा दिया और इसके परिणामस्वरूप उन्हें क्या लाभ हुआ।