सट्टा बाजार के अनुसार इस बार चार राज्यों में से दो में सत्ता परिवर्तन होगा जबकि दो राज्यों की सरकारें बच जायेगी।
मध्य प्रदेश के बुकीज़ के मुताबिक यहाँ कॉंग्रेस के पक्ष मे एक हवा दिख रही है जबकि छतीसगढ़ मे भाजपा अपनी सत्ता बचाने मे कामयाब रहेगी। राजस्थान में जहाँ कांग्रेस अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा से मीलों आगे है वहीँ तेलंगाना में नजदीकी मुकाबले में टीआरएस बाई मार ले जायेगी।
सट्टा मार्केट सट्टेबाजों की भावनाओं के अनुरूप चलता है ना कि जमीनी हकीकत पर।
राजस्थान के सीकर शहर के एक बुकी के अनुसार सट्टा बाजार में ज्यादा भाव हार को दिखाता है जबकि काम भाव जीत को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ के लिए एक एक रूपया दांव पर लगा है। भाजपा पर 90 पैसा का भाव है जबकि कांग्रेस पर 1.40 पैसा। मतलब कि जरा भी ऊपर नीचे हुआ तो सट्टेबाज पैसे बनाएंगे जबकि बुकीज को नुक्सान होगा।
मध्य प्रदेश में बुकीज ने अनुमान लगया है कि कांग्रेस ने पिछले कुछ दिनों में अपनी हवा बनाई है जबकि भाजपा नुक्सान में जाती दिख रही है। वर्तमान भाव के हिसाब से कांग्रेस 230 में से 112-116 सीट जीत सकती है जबकि भाजपा का डब्बा 100-102 सीटों पर गोल हो सकता है।
भोपाल के एक अन्य बुकी की माने तो एक महीने पहले तक भाजपा साफ़ साफ़ जीत रही थी। ‘हम भाजपा को 130 सीट दे रहे थे जबकि कांग्रेस को 100 सीट।’ हालांकि उसने इस बदलाव के कारणों के बारे में कुछ नहीं बताया।
एक लोकल बुकी के अनुसार एक महीने पहले तक अगर कोई कांग्रेस पर 1,000 रुपये लगता तो उसे दुगने मिलते लेकिन मौजूदा हालात में कांग्रेस पर दांव लगा कर ज्यादा नहीं कमाया जा सकता।
राजस्थान में सीकर, फलोदी और नोखा सबसे प्रमुख सत्ता बाजार हैं। यहाँ ऑपरेटर कांग्रेस को सीधे सीधे जीत दे रहे हैं हालांकि भाजपा ने पिछले दो महीनो में कुछ वापसी की है।
सीकर के एक बुकी के अनुसार ‘दो महीने पहले तक जहाँ हम कांग्रेस को 132-134 सीट सीट दे रहे थे वहीँ तीसरे मोर्चे के उभरने और भाजपा के जबरदस्त चुनावी कैम्पेन के बाद कांग्रेस को 118-122 सीट दिया जा रहा है।’ वो कहता है कि भाजपा अब 55-57 सीट ले जा रही है जबकि दो महीने उसे 47-49 सीटें जा रही थी।
सीकर के सट्टा बाजार ने 2013 में भाजपा के लिए 135-140 सीटों का अनुमान लगाया था जबकि उसे 163 सीटें मिली थी।
फलोदी का सट्टा बाजार देश का सबसे बड़ा सट्टा बाजार है उसके अनुसार बुधवार तक कांग्रेस 126-130 सीटें हासिल करेगी जबकि भाजपा 55 -58 सीटें ले जा सकती है।
छत्तीसगढ़, जहाँ मंगलवार को चुनाव समाप्त हो गए सत्ता मार्किट भाजपा के पक्ष में झुका हुआ है।
रायपुर के एक सटोरिये के अनुसार राज्य में भाजपा 42-43 सीट जबकि कांग्रेस 36-37 सीट जीत सकती है वहीँ अजीत जोगी और मायावती का गठबंधन 7 सीटें हासिल कर सकता है।
उसका कहना है कि दुसरे चरण की वोटिंग के बाद भाजपा की स्थिति में बहुत सुधर आया है और अब वो विजेता की स्थिति में है।
तेलंगाना में सट्टा बाजार केसीआर के नेतृत्व में तेलंगाना राष्ट्र समिति की वापसी को लेकर आशान्वित है। बुकीज का कहना है कि अभी तक तो केसीआर की स्थिति ठीक है लेकिन 7 दिसंबर की वोटिंग से पहले मूड बदल भी सकता है।