पीपल्स कांफ्रेंस (पीसी) के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासिन मलिक की सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की और उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उनकी स्थिति को समझेगी।
मलिक की बहन ने शनिवार को एक बयान में कहा था कि जब एनआईए ने उन्हें दिल्ली स्थानांतरित किया था मलिक उस समय से भूख हड़ताल पर हैं और उनकी सेहत बिगड़ने के बाद उन्हें एक अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
लोन ने ट्विटर पर कहा, “मेरी संवेदनाएं मलिक के साथ हैं। उनका स्वास्थ्य शुरू से ही कमजोर रहा है जो कि भूख हड़ताल के बाद और भी ज्यादा बिगड़ गया है। उम्मीद है कि जांच एजेंसियां यासिन मलिक की स्थिति को समझेंगी। उनसे दशकों से नहीं मिला हूं। राजनीति के अलावा – उनके साथ शानदार लम्हें बिताए हैं।”
शीर्ष अलगाववादी नेता मीरवाईज उमर फारूक ने भी मलिक की सेहत को लेकर चिंता जताई है।