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सचिन बंसल

हाल ही की कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ फाइलिंग के अनुसार फ्लिप्कार्ट के सहसंस्थापक एवं पूर्व सदस्य ने कोरमंगला में अपनी होल्डिंग कंपनी बीएसी एक्विजिशन प्राइवेट लिमिटेड का पंजीकरण करवाया है। 

बीएसी एक्विजिशन प्राइवेट लिमिटेड के बारे में जानकारी :

हाल ही में पंजीकृत BAC Aquisition Pvt. Ltd. कम्पनी का पंजीकरण सचिन बंसल द्वारा करवाया गया है। सचिन बंसल ने एक बयान में बताय था की वे इस कम्पनी के माध्यम से नए बिज़नस खोलने के साथ साथ ही नए स्टार्टअप में निवेश करेंगे एवं उन्हें वृद्धि करने में मदद करेंगे।

मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MoA) के अनुसार, बीएसी अधिग्रहण कंपनी डेटा टेक्नॉलजी, हेल्थकेयर, एनर्जी, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, एफएमसीजी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिकी से संचालित इंटरनेट और मोबाइल प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यवसायों का निर्माण और अधिग्रहण करने की योजना बना रहा है।

बीएसी एक्विजिशन में किसकी कितनी हिस्सेदारी ?

इस कंपनी में सचिन बंसल की हिस्सेदारी 99.01 प्रतिशत है एवं इसने अपना नया ऑफिस फ्लिप्कार्ट के पहले ऑफिस से केवल 7 किलोमीटर की दूरी पर खोला है। सचिन बंसल के अलावा इस कम्पनी में अंकित अगरवाल भी निदेशक हैं एवं उनके पास बाकी बची हिस्सेदारी है।

सचिन बंसल के बारे में जानकारी :

सचिन बंसल ने 2007 में बिन्नी बंसल के साथ मिलकर फ्लिप्कार्ट की स्थापना की थी जोकि भारत में सबसे बड़े इ कॉमर्स व्यवसायों में से एक है। यह सेवा मुख्य रूप से अमेज़ॅन की भारतीय सहायक कंपनी और घरेलू प्रतिद्वंद्वी स्नैपडील के साथ प्रतिस्पर्धा करती है। 

अमेरिकी खुदरा कंपनी वॉलमार्ट ने कुछ समय पहले फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी करीब 16 अरब डॉलर (1.05 लाख करोड़ रुपये) में खरीद ली थी। यह वॉलमार्ट का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होने के साथ ई-कामर्स क्षेत्र का सबसे बड़ा सौदा है। इसके बाद सचिन बंसल की इसमें 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बच गयी थी जिसे उन्होंने हाल ही में 1 अरब डॉलर में बेच दिया।

बीएसी एक्विजिशन शुरू करने के साथ-साथ बंसल इलेक्ट्रिक बाइक निर्माता एथर एनर्जी में लगभग 30 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए बातचीत कर रहे हैं, जिसमें वे एक एंजेल निवेशक और पहले से ही बोर्ड के सदस्य हैं।

By विकास सिंह

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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