क्रिकेट इतिहास के बहतरीन दो बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली नें वीरवार को पुणे के बिशप स्कूल मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में बच्चों सामने क्रिकेट के टिप्स देते नजर आए।
15 नवंबर को अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर को देशभर में कई लोगो से बधाई मिली। उन्होने 15 नंबवर 1989 को पाकिस्तान की टीम के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था, करियर के पहले टेस्ट मैच में वह केवल 15 रन ही बना पाये. उस समय सचिन तेंदुलकर 16 साल के थे।
भारत के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली पुणे में लगे चार दिन के क्रिकेट कैंप के आखिरी दिन वहा पहुंचे। बच्चों के लिए यह ट्रेनिंग कैंप एसआरटी स्पोर्टस मैनेंजमेंट और एमसीसी क्रिकेट कैंप द्वारा अायोजित किया गया था। जिसमें 150 के करीब बच्चों ने भाग लिया था। इस ट्रेनिंग कैंपे में 7 से 18 साल तक के बच्चे शामिल थे।
तेंदुलकर मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी का कैंप आयोजित करना बच्चों को क्रिकेट ही नहीं बल्कि एक अच्छा इंसान बनाने के लिए भी आयोजित किया गया था।
मीडिया ने जब तेंदुलकर से उनकी 29वीं टेस्ट डेब्यू सालगिरह के बारे में पूछा तो तो उन्होनें जबाव में कहा कि यह संयोग की बात है जो कि में आज इन बच्चों के साथ इस कैंप में शामिल हूं।
सचिन ने यह भी कहा कि मुझे कराची से टेस्ट मे डेब्यू करे 29 साल हो गए,लेकिन क्रिकेट आज भी मेरे लिए उतने ही मायने रखता हैं, जितना खेलते समय मैदान में रखता था। सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट और वनडे में मिलाकर अपने नाम 100 शतक किये हैं। जो कि पूरी दुनिया में अपने आप में एक वर्ल्ड रिकार्ड हैं। वह इस समय 45 वर्ष के हैं।