आज से 30 साल पहले 16 साल के सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया था। उस समय खेल के इस सबसे मुश्किल प्रारूप में सचिन पहली पारी में पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ 15 रन ही बना पाए थे। लेकिन इसके बाद सचिन ने जो सफर शुरू किया वो पूरे विश्व की आंखों में छाया हुआ है और वही 16 साल का मासूम आज क्रिकेट का भगवान कहा जाने लगा है।
सचिन ने अपनी उस मासूमियत से निकलते हुए वो दर्जा क्रिकेट में हासिल किया जो उनके संन्यास लेने के बाद भी कायम है।
पाकिस्तान की जिस टीम के खिलाफ सचिन ने पदार्पण किया था उसमें इमरान खान, वसीम अकरम, वकार युनिस जैसे घातक गेंदबाज थे। वाकर ने पहली पारी में ही सचिन को आउट किया था।
लेकिन कहानी इसके बाद से शुरू होती है। दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में सचिन ने इन्हीं वकार को पानी पिलाया और 59 रन बनाए। रन ज्यादा तो नहीं थे लेकिन सचिन ने बता दिया था कि आने वाला कल उनका है जिसे उस समय की पाकिस्तान टीम ने भी माना था।
हुआ भी यही। सचिन ने इसके बाद विश्व क्रिकेट पर राज किया और उनकी बादशाहत आज तक निर्विरोध जारी है।