सऊदी अरब के नेतृत्व में सैन्य गठबंधन यमन में लड़ाई लड़ रहा है और उन्होंने सना के एयरपोर्ट से जुड़े एयर बेस पर हमला किया था। सऊदी की न्यूज़ एजेंसी एसपीए से गठबंधन प्रवक्ता कर्नल तुर्की अल मलिकी ने बुधवार को बताया कि इस हमले में ड्रोन रखने वाले इलाका, एक कम्युनिकेशन सिस्टम, ड्रोन विशेषज्ञों और ऑपरेटर्स की लोकेशन शामिल थी।
उन्होंने कहा कि “आतंकवादियों, ईरानी समर्थित हूथी चरमपंथियों ने सना एयरपोर्ट को सैन्य बैरक में तब्दील कर दिया था और इस इलाके से वे आतंकी हमलो के लिए ड्रोन को लांच करते थे जो क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।”
अल मलिकी ने कहा कि “हमारे निशाने वैध थे और यह अभियान अंतर्राष्ट्रीय कानून के अधीन था। शुरुआत में हूथी नियंत्रित अल मसिरह टीवी ने कहा कि 13 हवाई हमलो का निशाना सना में अल दुलैमी था। सना की राजधानी के एक निवासी ने बताया कि “भयानक विस्फोट से शहर का उत्तरी भाग ध्वस्त हो गया जहां सना एयरपोर्ट और सैन्य बेस स्थापित था।
सऊदी अरब, यूएई और सुन्नी मुस्लिम मार्च 2015 से हूथी विद्रोही समूह के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। हूथी का उत्तरी यमन पर कब्ज़ा है, इसमें राजधानी सना भी शामिल है। इस जंग में यमन की अधिकतर जनसँख्या को भुखमरी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।