Wed. May 8th, 2024
सऊदी अरब और भारत

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मंगलवार को भारत यात्रा पर आये हैं और उनका इस्तकबाल करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद एयरपोर्ट पर गए थे। यह खाड़ी देश के सबसे ताकतवर देश के साथ मज़बूत संबंधों की ओर इंगित करता है।

भारत यात्रा पर मोहम्मद बिन सलमान 30 घंटे से भी कम के लिए आये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि क्राउन प्रिंस का स्वागत कर भारत प्रसन्न है।

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के आगमन के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “द्विपक्षीय संबंधों का नया अध्याय शुरू होगा। प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ को रिसीव करने हवाई अड्डे पर गए। वह भारत की पहली आधिकारिक यात्रा पर है।”

सऊदी अरब के नेता ने पाकिस्तान से वापस रियाद गए और फिर भारत आये। वह और नरेंद्र मोदी बुधवार को बातचीत करेंगे, जिसमे भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के मुद्दे को उठाएगा। विदेश मंत्रालय के मुताबिक क्राउन प्रिंस रात्रि 11:50 बजे नई दिल्ली से चले जायेंगे।

भारत और पाकिस्तान के मध्य पुलवामा आतंकी हमले को लेकर तनाव काफी बढ़ रखा है और सऊदी अरब दोनों ही राष्ट्रों का नजदीकी दोस्त है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस पाकिस्तान की दो दिवसीय यात्रा के बाद कारोबारियों के एक समूह के साथ आज भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों के बाबत बातचीत कर सकते हैं।

भारत और पाक का तनाव

इस्लामाबाद की यात्रा के बाद मोहम्मद बिन सलमान भारत और पाकिस्तान के मध्य बढे तनाव को कम करने की कोशिश करेंगे। क्राउन प्रिंस और उपप्रधानमंत्री ने संयुक्त बयान ने कहा कि “इस क्षेत्र में मसलों को सुलझाने के लिए और शान्ति व स्थिरता के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।

सऊदी अरब का भारत आठ महत्वपूर्व रणनीतिक साझेदारों में से एक है। जिसके साथ रियाद सुरक्षा, व्यापार, निवेश और संस्कृति के तौर पर साझेदारी को मज़बूत करना चाहता है। दोनों राष्ट्र संयुक्त रूप से मंत्रीय स्तर की ‘स्ट्रेटजिक पाटनर्शिप कौंसिल’ का गठन करेंगे। भारत को उम्मीद है कि क्राउन प्रिंस राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश की घोषणा करेंगे।

By कविता

कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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