सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या की आलोचनायें झेल रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि पत्रकार की हत्या के पीछे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का हाथ हो सकता है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने दो टुक बयान देते हुए कहा कि मुमकिन हैं कि पत्रकार की हत्या के बारे में मोहम्मद बिन सलमान को जानकारी हों, हो सकता है न भी हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के सभी तथ्यों सम्बंधित हमें सारी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि किन्हीं भी हालातों में सऊदी अरब के साथ अमेरिका के रिश्तों में कोई बदलाव नहीं आएगा, सऊदी हमेशा अमेरिका का साझेदार देश रहेगा।
पत्रकार जमाल खशोगी की 2 अक्टूबर को तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में बर्बरता से हत्या कर दी गयी थी। तुर्की के मुताबिक इस हत्या को अंजाम देने के लिए सऊदी से 15 लोगों का एक समूह आया था। डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ हफ़्तों पूर्व पत्रकार की हत्या में सऊदी प्रिंस के शामिल होने की बात को नकार दिया था, साथ ही तुर्की द्वारा दिए गए सऊदी की सरकार के खिलाफ सबूतों को भी नज़रअंदाज़ किया था।
अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी के हवाले से मीडिया ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की कि पत्रकार की हत्या में प्रिंस सलमान शामिल थे। व्हाइट हाउस द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार की हत्या से ज्यादा महत्वपूर्ण अमेरिका और सऊदी के मध्य सम्बन्ध है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि मेरे सामने प्रस्तुत विचारों पर में गौर करूँगा यदि वे अमेरिका की सुरक्षा और के लिए तत्पर रहेंगे।
पत्रकार जमाल खशोगी सऊदी अरब के मुखर आलोचक थे, वह वांशिगटन पोस्ट में मिडिल ईस्ट से सम्बंधित आर्टिकल लिखते थे। तुर्की के सूत्रों के मुताबिक पत्रकार की हत्या में सऊदी के आला अधिकारी शामिल थे और इस्तांबुल दूतावास में पटकार के शव के टुकड़े किये गए थे।
सीआईए के पूर्व निदेशक ने कहा कि सऊदी अरब में कोई भी इस नृशंस हत्या की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता है और राष्ट्रपति ट्रम्प सीआईए की रिपोर्ट को नकारकर बेईमानी कर रहे हैं। माइक पोम्पेओ ने कहा कि इस बर्बर हत्या से महत्वपूर्ण अमेरिका और सऊदी का सम्बन्ध है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उन नीतियों पर अमल करेगी जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को पुख्ता करती हों।