राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने बुधवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की थी। उन्होंने खाड़ी के दो ताकतवर देशो संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की यात्रा की थी। इस मामले से सम्बंधित एक व्यक्ति ने बताया कि “क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा वातावरण पर विचारों के आदान-प्रदान के लिए यह यात्रा नेताओं के लिए एक अवसर है।”
भारत के सऊदी अरब के साथ काफी करीबी सम्बन्ध है और साथ संयुक्त अरब अमीरात के भी काफी करीबी है। संयुक्त हितो और महत्वता के मामलो पर आला स्तरों पर नियमित और गोपनीय चर्चा को यह महत्वपूर्ण यात्रा रेखांकित करती है।
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने सऊदी अरब की यात्रा की थी और कश्मीर पर भारत के फैसले के खिलाफ सहयोग की मांग की थी। बीते महीने सऊदी अरब की राज्य तेल कम्पनी में ड्रोन से हमला किया गया था जिसने खाड़ी में तनाव की स्थिति को बाधा दिया है।
अधिकारी ने कहा कि “यह यात्रा एकमात्र एजेंडा के लिए नहीं थी। अधिकारियो ने बुधवार को मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधो के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा की थी। जम्मू कश्मीर के मामले परभी चर्चा की गयी थी।”
डोभाल की दो घंटो की मुलाकात का मुख्य फोकस दोनों देशो के बीच द्विपक्षीय संबंधो और सुरक्षा मामले पर था। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने जम्मू कश्मीर पर भारत के दृष्टिकोण और कदमो को समझा था।
अधिकारियो ने कहा कि यह दौरा दोनों देशो के बीच साझेदारी को मज़बूत करेगा और सहयोग के लिए विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगा। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिल सलमान के साल 2030 के दृष्टिकोण के लिए अपनी अर्थव्यवस्था का विस्तार करने की तरफ देख रहे हैं।