कनाडा के प्रधानमन्त्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी उदारवाद सरकार सऊदी अरब के साथ हुई करोड़ों की आर्म डील से बाहर निकलने के रास्ते तलाश रही है। यह सौदा साल 2014 में दोनों देशो के मध्य हुआ था।
विपक्ष के निशाने पर जस्टिन ट्रूडो
पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के इल्ज़ाम सऊदी अरब पर लगने और यमन में युद्ध में सऊदी का नेतृत्व के कारण भी जस्टिन ट्रुडो ने हथियार सौदा खत्म नहीं किया था, जिसके कारण वह कनाडा के विपक्ष और मानवधिकार कार्यकर्ताओं के निशाने पर हैं।
जस्टिन ट्रुडो ने इससे पूर्व कहा था कि पीची सरकार के दौरान किये गए इस सौदे को तोड़ने के लिए पहले लोगों को हर्जाना देना होगा। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में सऊदी अरब के सीधे शामिल होने के कारण कनाडा इस हत्या में शामिल सऊदी के 17 अधिकारियों पर प्रतिबन्ध लगा दिए थे।
जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि एक पत्रकार की इस बर्बरता से हत्या स्वीकार योग्य नहीं है और इसी कारण कनाडा निरंतर इसके प्रति जवाबदेही और समाधान की मांग कर रहा है।
सऊदी अरब को हलके वाहन निर्यात करने वाला सौदा पूर्व प्रधानमन्त्री स्टेफेन हार्पर के कार्यकाल में हुआ था। जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि यह 15 अरब डॉलर का सौदा हमें विरासत में मिला है। सऊदी अरब के साथ हुए इस सौदे को रद्द करने के लिए हम कई तरीकों पर कार्य कर रहे हैं।
जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि ने अक्टूबर में कहा था कि सऊदी अरब के साथ हुए इस सौदे को तोड़ने की कीमत एक अरब डॉलर से अधिक हो सकती है। इस सौदे को रद्द करने में असफल रहने के कारण जस्टिन ट्रुडो लगातार विपक्ष और मानवधिकार संस्थाओं के निशाने पर बने हुए हैं।