सऊदी अरब के बादशाह सलमान ने मंगलवार को कहा कि “हमारी सल्तनत एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राज्य के लिए प्रतिबद्ध है जिसके राजधानी पूर्वी येरुशलम होगी।” अल जजीरा के मुताबिक सऊदी के बादशाह ने यह बयान फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ मुलाकात के दौरान कही थी।
बादशाह सलमान ने कहा कि “उनका देश फिलिस्तीन और उसकी जनता के स्वतंत्रता के अधिकार के साथ स्थायी तौर पर खड़ा है और इसकी राजधानी येरुशलम ही होनी चाहिए।” अमेरिका पोलैंड में आयोजित सम्मलेन के दौरान इजराइल और फिलिस्तीन के मध्य शान्ति प्रस्ताव को प्रस्तावित करना चाहता था।
इस सम्मलेन का ऐलान करते हुए अमेरिकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा कि वॉश के सभी विदेश मंत्री मध्य एशिया में ईरान के अस्थिर प्रभुत्व के बाबत बातचीत के लिए इस सम्मेलन में शरीक होंगे। हालाँकि इस बैठक में यूरोपीय देशों ने सभी निचले स्तर के प्रतिनिधियों को भेजा था। इस बाद अमेरिका और पोलैंड ने बात को बदलते हुए कहा कि इस आयोजन एजेंडा ईरान नहीं बल्कि समस्त मध्य एशिया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति के दामाद और कानूनी सलाहकार जारेड कुशनर ने गुरूवार को आयोजन में दिखे। कुशनर ने ही मध्य एशिया के समझौते को अंतिम रूप दिया था। जारेड कुशनर और उनका परिवार इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू के करीबी है और वह इस प्रस्ताव का खुलासा इजराइल में चुनावों से पूर्व नहीं करना चाहते हैं। इजराइल में 9 अप्रैल को राष्ट्रपति चुनावों का आयोजन है।
ख़बरों के मुताबिक जारेड कुशनर इस माह के आखिर में मध्य एशिया की यात्रा करेंगे और इस दौरान वह सऊदी अरब में भी ठहरेंगे। येरुशलम को इजराइल और फिलिस्तीन दोनों ही अपने देश की राजधानी मानते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में इजराइल की राजधानी तेल अवीव से अपना दूतावास स्थानांतरित कर येरुशलम में स्थापित किया था। जिसके बाद अमेरिका और इजराइल की अंतर्राष्ट्रीय जगत में काफी आलोचनाएं हुई थी।