भारत के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान इस माह भारत की यात्रा करेंगे। यह दौरा 19 फरवरी को सम्पन्न होगा।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आगामी भारत यात्रा की कोई पुष्टि नही हुई है। भारत को ऊर्जा निर्यात करने वाला सबसे बड़ा राष्ट्र सऊदी अरब है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में रियाद की यात्रा की थी। इसके बाद भारत और सऊदी अरब के रिश्ते में परिवर्तन आया था। इस दौरान पीएम मोदी को सश ऑफ किंग अब्दुलअजीज अवार्ड से नवाजा गया था, यह सऊदी का सबसे बड़ा सम्मानजनक नागरिक अवार्ड है।
भारत का सऊदी अरब चौथा विशाल व्यापार साझेदार है। इससे पहले चीन, अमेरिका और जापान इस सूची में हैं। साल 2017-2018 में भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापार 9.56 प्रतिशत बढ़कर 27.48 अरब डॉलर का हो गया है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस इस यात्रा के दौरान नई दिल्ली में एक और दूतावास के उद्धघाटन करेंगे।
इस यात्रा पर प्रिंस सलमान के साथ वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों का एक समूह आएगा। भारतीय नेताओं के साथ ऊर्जा सुरक्षा, निवेश इस बैठक के प्रमुख एजेंडा में शुमार होंगे। 33 वर्षीय क्राउन प्रिंस 16 फरवरी को पाकिस्तान की यात्रा करेंगे। भारत आने से पूर्व वह मलेशिया की यात्रा पर जाएंगे।
सऊदी अरब अपनी किड्डिया एंटरटेनमेंट सिटी में भारतीय निवेश को लुभाना चाहते हैं। वहीं भारत चाहता है कि सऊदी उनके मुल्क में उत्पादन से लेकर ऊर्जा के क्षेत्र तक मे निवेश करें। चीन, अमेरिका कर यूएई के बाद भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार सऊदी अरब है।
साल 2017-18 में द्विपक्षीय व्यापार में 9.56 फीसदी यानी 27.48 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। भारत क्व आयात में 22.06 अर्क़ब् डॉलर की वृद्धि हुई है, जो बीते वित्तीय मुनाफे से 10.50 प्रतिशत अधिक था। जबकि सऊदी अरब को निर्यात 5.41 अरब डॉलर का है और इसमे 5.88 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की पाकिस्तान यात्रा के दौरान 14 अरब डॉलर की परियोजनाओं पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। सऊदी अरब में नकदी संकट से पाकिस्तान को उभारने के लिए 3 अरब डॉलर की राशि मुहैया करने का ऐलान किया था।