अमेरिकी सांसद सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी के खिलाफ साख कदम उठाने से कतरा रहे हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने जमाल खशोगी को गोली मारने के आदेश दिए थे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को क्राउन प्रिंस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस ने शुक्रवार तक को समयसीमा तय की थी।
जमाल खशोगी को 2 अक्टूबर के दिन इस्तांबुल में सऊदी अरब के दूतावास में मार दिया गया था। यूएन की विशेष दूत ने अजेंस कॉलमार्ड ने तुर्की के दौरे के बाद गुरुवार को कहा कि इस हत्या को योजना और अमल सऊदी अधिकारियों ने की थी।
जमाल खशोगी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के मुखर आलोचक थे। न्यू यॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी खुफिया विभाग के हवाले से खबर प्रकाशित कर कहा कि वली अहद ने इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के
दूतावास में खशोगी की हत्या से करीब एक वर्ष पूर्व यही शब्द कहे थे। अखबार के अनुसार अमेरिका के खुफिया विभाग का मानना है कि सऊदी अरब के भावी बदशाह पत्रकार जमाल खशोगी को हत्या करना चाहते थे। हालांकि इसमें गोली न मारने का कोई जिक्र नही है।
जांच के शुरुआती दौर में सऊदी अरब जमाल खशोगी की हत्या करने से इनकार कर रहा था। लेकिन बाद में स्वीकार किया कि उनकी एक टीम ने पूछताछ के दौरान हत्या की थी। अखबार के अनुसार अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा दुनिया भर के सभी मित्र व शत्रु देश के नेताओं से किये संवाद को रिकॉर्ड कर के रखा जाता है। ऐसे ही एक रिकॉर्ड से इसका खुलासा हुआ है।
अमेरिकी खुफिया विभाग पर दबाव बढ़ने के बाद इस संवाद को ट्रांसक्राइब किया गया था। यह संवाद साल 2017 में मोहम्मद बिन सलमान और उनके सहयोगी तुर्की अदखलील के बीच सिंतबर 2017 का है। बीते वर्ष 2 अक्टूबर को जमाल खशोगी की हत्या की गई थी।