जापान में जी 20 के सम्मेलन के इतर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की थी और उन्होंने क्राउन प्रिंस को अपना दोस्त बताया था। शनिवार को क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की तारीफ करते हुए कहा कि वह “बेहतरीन काम” कर रहे हैं।
अमेरिका के असंतुष्ट सऊदी लेखक जमाल खशोगी की पिछले साल इस्तांबुल में सऊदी के वाणिज्य दूतावास में हत्या के बाद शहजादे पर अंतरराष्ट्रीय दबाव था। लेकिन सऊदी पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या पर क्या डोनाल्ड ट्रंम्प सलमान से चर्चा करेंगे, इससे संबंधित सवालों को उन्होंने नजरंदाज कर दिया था।
विशेषकर दोनों देशों के ईरान से संबंध और ज्यादा खराब हो गए थे। शनिवार की बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने मानवाधिकार के मुद्दों की अहमियत पर चर्चा की थी।
हालिया संयुक्त राष्ट्र की स्वतंत्र जांच की विशेष जांच में बताया कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का जिम्मेदार अतिरिक्त न्यायिक हत्या का जिम्मेदार सऊदी अरब को ठहराया था। खशोगी एक दिग्गज लेखक और वांशिगटन पोस्ट पूर्व कॉलम लिखने वाले थे।
अमेरिका के अधिकारीयों के मुताबिक, रियाद से 15 लोगो का समूह तुर्की आता है और यह सलमान के विभाग की मंज़ूरी के बगैर मुमकिन नहीं है। विशेष रिपोर्ट के मुताबिक, दूतावास में प्रवेश के बाद खशोगी को एक बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया था और उसके बाद उनका प्लास्टिक बैग में सिर डाला गया और उनका दम घुट गया था।