कांग्रेस व दूसरे विपक्षी सदस्यों द्वारा महाराष्ट्र के मुद्दे को लेकर हंगामा करने पर राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने सदन को मंगलवार अपरान्ह 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। उप सभापति ने सदस्यों से विधायी कार्यो को चलने देने का आग्रह किया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
कांग्रेस सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या की गई है।
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही विपक्षी सदस्यों द्वारा महाराष्ट्र मुद्दे को जोर-शोर से उठाने के कारण बाधित हुई। उन्होंने शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद और राकांपा के बागी अजीत पवार को शपथ ग्रहण कराए जाने को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया।
भाजपा का दावा है कि उसके पास विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए जरूरी विधायकों की संख्या है, जबकि प्रतिद्वंद्वी-शिवसेना, शरद पवार की अगुवाई वाले राकांपा व कांग्रेस- का दावा है कि उनके पास संख्या है और सिर्फ वे ही सरकार बनाएंगे।
तीनों पार्टियों ने शनिवार को महाराष्ट्र के गवर्नर के देवेंद्र फडणवीस व अजित पवार को शपथ दिलाने के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। वे कोर्ट से जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट के लिए निर्देश चाहते थे। शीर्ष कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना और कोर्ट द्वारा मंगलवार को फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है।