संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने अपने वक्तव्य में कहा कि दुनिया भर में ईसाई समुदाय के लिए यह एक पवित्र दिन है। इस दिन चर्चों और होटलों पर हुए हमलों पर उन्होंने गहरा क्षोभ प्रकट किया है और उपासना स्थलों की शुचिता की अहमियत पर भी बल दिया।
यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्टेफ़ान डुजेरेक द्वारा जारी इस बयान में कहा गया है कि महासचिव गुटेरेश ने पीड़ितों के परिजनों, श्रीलंका सरकार और आम लोगो के प्रति संवेदना जताते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। हमले के बाद श्रीलंकाई प्रशासन द्वारा नेतृत्व और आम जनता द्वारा एकता प्रदर्शित किए जाने की उन्होंने सराहना की।
श्रीलंका में संयुक्त राष्ट्र की रेज़ीडेंट कोऑर्डिनेटर हैना सिन्गर ने एक ट्वीट में “आम नागरिकों और उपासना कर रहे लोगों पर हुए इन भयावह हमलों की कड़ी निंदा की।“ पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए उन्होंने अपील की है कि इस घटना के बाद श्रीलंका के नागरिकों को एकता बनाए रखनी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डा एस्पिनोसा ने भी ट्विटर पर अपने संदेश में गहरा दुख प्रकट किया है। इन हमलों को उन्होंने निरर्थक हिंसा का कृत्य करार दिया है। उन्होंने कहा कि इन जघन्य कृत्यों कि निंदा होनी चाहिए और मासूम लोगों को निशाना बनाया बंद किया जाना चाहिए जो सिर्फ़ शांति से अपने पंथ का अनुसरण करना चाहते हैं।