संयुक्त राष्ट्र की इस समय 72 वी सालाना बैठक चल रही है। इस बैठक के दौरान भारत और पाकिस्तान ने आतंकवाद और कश्मीर के मुद्दे पर एक दूसरे को निशाना बनाया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने पहले कश्मीर में भारत की उपस्थिति को गलत ठहराया। उन्होंने कहा था कि भारत कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने मांग कि कश्मीर के लिए एक संयुक्त सुरक्षा समिति बनानी चाहिए, जो इस मामले में आगे जांच करे।
शाहिद अब्बास के इस भाषण का भारत ने मुहतोड़ जवाब दिया था। भारत की ओर से कहा गया था कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, और इस पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है। इसके बाद पाकिस्तान को टेररिस्तान बताते हुए कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा फैलाये गए आतंकवादी जाल का भी पर्दाफास किया गया।
इसके बाद चीनी प्रवक्ता वांग यी ने भी कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान से मुँह मोड़ लिया। माना जा रहा था कि चीन पकिस्तान के पक्ष में बोल सकता है। चीनी विदेश मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का आंतरिक विवाद है और दोनों देशों को आपस में यह सुलझा लेना चाहिए।
चीन ने कहा कि दोनों देशों को बातचीत करनी चाहिए जिससे इस इलाके में शांति रहे।
भारत की ओर से आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सभा को सम्बोधित करेंगी। इस दौरान सुषमा आतंकवाद और कश्मीर पर बोल सकती हैं। सुषमा स्वराज ने इससे पहले पकिस्तांनी विदेश मंत्री आसिफ ख्वाजा से मुलाक़ात की थी। दोनों नेताओं ने एक दूसरे को सम्बोधित किया। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने सुषमा के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। सुषमा ने हाल ही में किडनी प्रत्यारोपण कराया है।