जब सलमान खान ने 19 साल बाद, निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ फिल्म ‘इंशाल्लाह’ पर फिर साथ आने की खबर साझा की तो सभी चौक गए। दोनों काफी वक़्त से एक-दूसरे से खफा चल रहे थे जिसके कई कारण मीडिया में बताये जा रहे थे, हालांकि इसका असली कारण हम आज आपको बतातें हैं।
सलमान और भंसाली फिल्म ‘ख़ामोशी: द म्यूजिकल’ और ‘हम दिल दे चुके सनम’ की शूटिंग के वक़्त बहुत ज्यादा करीब थे, इतने कि भंसाली की माँ कहती थी कि उनके दो बेटे हैं।
फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ के वक़्त, सलमान एंडिंग से खुश नहीं थे क्योंकि वह चाहते थे कि ऐश्वर्या राय बच्चन उनके साथ जाए नाकि अजय देवगन के साथ। सलमान ने भंसाली को मनाने के लिए अपने दोस्त सूरज बड़जात्या को भी बुलाया और कहा कि वह भंसाली से मिलकर उन्हें ये समझा दे कि लव ट्रायंगल का सुखद अंत ये होगा कि सलमान को ऐश्वर्या मिल जाये।
हालांकि, भंसाली ने फैसला कर लिया था कि अजय के साथ ही ऐश्वर्या जाएंगी।
जब भंसाली ने अपनी तीसरी फिल्म ‘देवदास’ की घोषणा की तो सलमान ने उम्मीद की कि वह इसमें भी होंगे। हालांकि, उन्हें बड़ा झटका लगा जब भंसाली ने उनके कट्टर दुश्मन शाहरुख़ खान के साथ फिल्म की घोषणा कर दी।
फिर शुरू हुआ सलमान का भंसाली के प्रति अपमान, गुस्सा और प्रतिशोध। और ये भी इसलिए कि भंसाली ने किसी और हीरो को साइन कर लिया था। सलमान ने भंसाली से बातचीत बंद कर दी। लेकिन फिर दोनों की फिर दोस्ती होने लगी और सलमान और ऐश्वर्या के ब्रेक-अप के बाद चीज़ें और आसान हो गयी।
तभी भंसाली ने सलमान और करीना कपूर खान के साथ ‘बाजीराव मस्तानी’ बनाने का फैसला किया और दोनों का फोटोशूट भी करवाया। लेकिन यहाँ भी चीज़ें बिगड़ गयी जब सलमान ने करीना के साथ अपनी जोड़ी से प्रभावित होकर निर्देशक प्रियदर्शन को फ़ोन करके उन्हें फिल्म ‘क्यों की’ में करीना के साथ कास्ट करने के लिए कहा। इससे भंसाली की फिल्म की जोड़ी की ताजगी खत्म हो गयी और भंसाली निराश हो गए।
फिर सलमान और भंसाली ने कई सालों तक बात नहीं की। लेकिन कहते हैं न- वक़्त सारे जख्म भर देता है और इसलिए दोनों साथ है और साल की सबसे बड़ी प्रेम-कहानी ‘इंशाल्लाह’ लेकर आ रहे हैं जिसमे सलमान के विपरीत आलिया भट्ट दिखाई देंगी।