शिवसेना सांसद संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि भारत और उसके संविधान की बुनियाद धर्मनिरपेक्ष शब्द पर टिकी है। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया 10 दिनों में पूरी हो जाएगी। यह पूछने पर कि क्या कांग्रेस ने गठबंधन करने से पहले शिवसेना को उसका हिंदुत्व एजेंडा त्यागने के लिए कहा है?
उन्होंने धर्मनिरपेक्ष (सेकुलर) सुर में कहा, “देश और उसकी बुनियाद धर्मनिरपेक्ष शब्द पर टिके हैं। आप किसानों, बेरोजगारों या भूखों से उनका धर्म या उनकी जाति नहीं पूछ सकते.. देश में सभी लोग धर्मनिरपेक्ष हैं।”
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमेशा हर धर्म एवं जाति के लोगों को साथ रखा और शिवसेना के दिवंगत संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने सबसे पहले कोर्ट के सामने शपथ लेने के लिए धार्मिक ग्रंथों के स्थान पर भारतीय संविधान को रखने का विचार पेश किया था।
मुख्यमंत्री पद के बंटवारे पर राउत ने कहा, “मुख्यमंत्री पद को 30-30 महीनों का करने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।”
राउत ने कहा, “कांग्रेस-राकांपा नेताओं ने मुझे बताया कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम के मुद्दे पर चर्चा सौहार्द्रपूर्ण, सुचारु और सही दिशा में चल रही है। मैं आज नई दिल्ली में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मिलूंगा।”
शरद पवार की बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से संबंधित एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘पवार जैसे एक वरिष्ठ नेता का किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने में कोई बुराई नहीं है।’