जब बात एक गैंगस्टर फिल्म बनाने की आती है तो दिमाग में संजय गुप्ता के अलावा किसी और का नाम ही नहीं आता। ‘शूटआउट एट वडाला’ फेम निर्देशक अब एक और गैंगस्टर फिल्म बनाने जा रहे हैं जो 80 और 90 के दशक में सेट की जाएगी।
यह कहानी उन प्रमुख तत्वों के इर्द-गिर्द घूमती है जिसने बॉम्बे को मुंबई में बदल दिया था। इसमें मिलों के शटर बंद करना, प्रमुख कारोबारी व्यक्ति की हत्या, राजनेताओं, पुलिस, अंडरवर्ल्ड और व्यावसायिक बिरादरी के बीच बंधन और शहर में होने वाले बदलावों के आसपास का नाटक शामिल है जिसने शहर की तस्वीर ही बदल दी थी। फिल्म निर्माता को अपनी पसंदीदा शैली में लौटने के लिए छह साल लग गए, एक ऐसे प्रोजेक्ट के साथ जिसे वह 2013 से सोच रहे थे।
अपने अगले प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए फिल्म निर्माता ने कहा-“यह एक ऐसी जगह है जिसने मुझे हमेशा रोमांचित किया है। इस शहर की कहानी, जहाँ हम रहते हैं, इसकी जड़ें कई घटनाओं में हैं जैसे मिलों का बंद होना और पहली बार एक उद्योगपति की हत्या शामिल है, जो बॉम्बे को मुंबई में बदलने का एक महत्वपूर्ण कारक था।”
“मुझे हमेशा इस शहर की अंडरबेली के इतिहास का दस्तावेजीकरण करने में मज़ा आया। इस विषय पर शोध करने और अपना सब कुछ लगा देने में मुझे कुछ समय लगा है। हमें अभी कास्टिंग खत्म करनी है लेकिन फिल्म इस साल जुलाई – अगस्त में शुरू हो जाएगी।”
जबकि संजय की इस फिल्म का इंतज़ार रहेगा, गैंगस्टर स्पेस में गुप्ता की कुछ आखिरी फिल्में हैं- जॉन अब्राहम की ‘शूटआउट एट वडाला’ (2013) , ऐश्वर्या राय बच्चन और इरफान की ‘जज़्बा’ (2015) और ऋतिक रोशन की ‘काबिल’ है।
https://youtu.be/nubDFeiUAsI