बॉलीवुड के सबसे कुशल और अंडररेटेड अभिनेता में से एक श्रेयस तलपड़े अपने अभिनय से तो हमेशा दिल जीतते ही हैं लेकिन इस बार उन्होंने किसी और कारण से सभी का दिल जीता है। बिना गॉडफादर के इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने वाले अभिनेता को उनका संघर्ष समझ आता है जो बड़े बड़े सपने देखते हैं।
इसलिए जब एक युवा लड़की अपनी आँखों में सपने लिए अभिनेता के पास वित्तीय मदद के लिए पहुंची ताकि वह अपना मेडिकल कोर्स कर सकें, तो अभिनेता ने उसकी मदद करने के लिए दो बार भी नहीं सोचा। 2008 से वंचित छात्रों की शिक्षा के सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे एक एनजीओ के मेंटरिंग कार्यक्रम के तहत वो छात्रा है। उसे एक सामाजिक कल्याण संगठन द्वारा श्रेयस के पास भेजा गया था।
एक बहुत ही उज्ज्वल बच्ची होने के नाते, जिसने अपने स्कूल में 92 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, वह एक डॉक्टर बनने की इच्छा रखती है, लेकिन उसके पास आवश्यक वित्तीय अभाव है। तलपड़े ने शुभांगी शिंदे के लिए एक साल की शिक्षा की जिम्मेदारी लेने के लिए यहां कदम रखा। यह खबर सुनकर लड़की और उसका परिवार गदगद और अश्रुपूरित था।
फिल्मो की बात की जाये तो, अभिनेता बहुत जल्द अश्विनी चौधरी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘सेटर्स’ में नज़र आने वाले हैं। फिल्म में उनके अलावा अफताब शिवदसानी, इशिता दत्ता और सोनाली सहगल भी अहम किरदार में नज़र आयेंगे। सच्ची घटना पर आधारित फिल्म इस साल 3 मई को रिलीज़ होने वाली है। मगर रिलीज़ होने से पहले ही इसकी तुलना इमरान हाश्मी अभिनीत फिल्म ‘व्हाई चीट इंडिया’ से की जाने लगी।
हालांकि, श्रेयस ने स्पष्ट किया था कि दोनों फिल्में एकदम अलग हैं।
इमरान हाशमी की फिल्म की पटकथा भी भारतीय शिक्षा प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार और शिक्षा माफिया पर आधारित थी। फिल्मों की कहानी की समानता पर श्रेयस से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैंने अब तक ‘व्हाई चीट इंडिया’ नहीं देखी है। लोग दोनों फिल्मों में समानता ढूंढने का प्रयास कर सकते हैं, लेकिन जहां तक मेरा मानना है, दोनों में बहुत फर्क है।”