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    विनोद राय

    सुप्रीम कोर्ट ने क्रिकेट से अजीवन प्रतिबंध झेल रहे एस श्रीसंत को इससे मुक्त कर दिया है। और अब भारतीय क्रिकेट निकाय प्रशासको की समिति (सीओए) अपनी अगली बैठक में श्रीसंत पर लगे आजीवन प्रतिबंध पर चर्चा करेगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई को श्रीसंत के ऊपर विचार करने के लिए तीन महीने का समय दिया है।

    जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एम जोसेफ की पीठ ने बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति को श्रीसंत की सजा पर 3 महीने में फैसला लेने को कहा है।

    पीठ ने यह स्पष्ट किया कि 36 वर्षीय श्रीसंत को सजा की मात्रा पर समिति द्वारा सुनवाई की जानी चाहिए।

    सीओए के चीफ विनोद राय ने कहा, ” हां हमने सुप्रीम कोर्ट का आदेश सुना है। हमें आदेश की एक कॉपी चाहिए होगी। हम निश्चित रूप से इस मुद्दे की चर्चा सीओए की अगली बैठक में उठाएंगे।”

    सीओए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अधिकारियों के साथ बोर्ड की डोपिंग विरोधी नीति पर चर्चा करने के लिए 18 मार्च को मिलने वाला है। श्रीसंत के प्रतिबंध का मुद्दा उस दिन सीओए के बीच आ सकता है।

    बीसीसीआई के पास अब जस्टिस (सेवानिवृत्त) डीके जैन और एमिकस क्यूरिया पीएस नरसिम्हा में एक नया लोकपाल है, उम्मीद है कि इस फैसले पर तेजी से विचार किया जाएगा।

    बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने यह स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह से सीओए की कॉल होगी क्योंकि शीर्ष अदालत के आदेश को लागू करने के लिए इस पर कार्रवाई जारी है।
    खन्ना ने कहा, ” यह सुप्रीम कोर्ट का निर्णय है और इस पर कॉल लेने जरूरी है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह मुद्दा सीओए की अगली बैठक में गंभीर रूप से सामने आएगा।”
    बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष और केरल सीए के वरिष्ठ अधिकारी टीसी मैथ्यू, जिन्होंने श्रीसंत को युवा के रूप में देखा है, उन्होने “फैसले का स्वागत किया”।
    मैथ्यू ने कहा, ” मैं श्रीसंत के लिए बहुत खुश हूं। उन्होने अपने जीवन के बहुत कीमती 6 साल खो दिए है। मुझे नही लगता अगर उनपर से बैन हटेगा तो वह फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेलेंगे। हां अगर सुप्रीम कोर्ट के बाद अब बीसीसीआई भी उनके ऊपर से निलंबन रद्द करती है, वह जो भी हो, क्रिकेट में एक वैकल्पिक करियर बना सकता है। वह कोच, सालाहकार या पेशेवर अंपायर, या इंग्लैंड के लिए काउंटी क्रिकेट खेल सकते है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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