राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमन्त्री पद सौंप दिया है। इस बाबत उन्होंने कहा कि विक्रमसिंघे को देश का प्रधानमन्त्री लोकतान्त्रिक मूल्यों के कारण चुना था। मैत्रिपाला सिरिस्सेना का एक अंग्रेजी जर्नल के साथ इंटरव्यू में रनिल विक्रमसिंघे को दोबारा प्रधानमन्त्री पद सौपने के कारण का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि मैंने कहा था कि, मैं दोबारा रानिल को पद पर स्वीकार नहीं करूँगा, चाहे उनके समक्ष सदन में 225 सांसद क्यों न हो।
लोकतांत्रिक मूल्यों के कारण चुना प्रधानमन्त्री
राष्ट्रपति ने कहा कि यह मेरा राजनीतिक विचार है और एक व्यक्ति होने के नाते मेरे विचार अभी भी वही है। उन्होंने कहा कि मैं संसदीय परंपरा का सम्मान करता हूँ, इसलिए मैंने पीएम पद विक्रमसिंघे को दे दिया। यह लोकतान्त्रिक समाज की विशेषता हैं।
मैत्रिपाला सिरिसेना ने अक्टूबर में पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को पीएम की गद्दी सौंप दी थी, अदालत के निरण के बावजूद पूर्व राष्ट्रपति सत्ता चोदे के लिए राज़ी नहीं थे। राजपक्षे के साथ संबंधों पर राष्ट्रपति ने कहा कि हम आगामी चुनावों में साझेदार के तौर पर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन का निर्माण करेंगे और दल इसका सहयोग करेंगे।
सांसदों की खरीद फरोख्त
राष्ट्रपति ने आरोप लगाया था कि रानिल विक्रमसिंघे ने महिंदा राजपक्षे की सदन में हार के लिए सांसदों की खरीद फरोख्त की थी। क्या गैर कानूनी तरीके से सांसदों को पैसे से खरीदना जायज दिखता है, दुसरे देशों में क्या पैगाम जायेगा के सवाल पर राष्ट्रपति ने कहा कि इन भ्रष्ट कृत्यों के मैं सख्त खिलाफ हूँ। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है, कि मैं एक ऐसे राजीनीतिक संस्कृति का निर्माण करूँ, जो भ्रष्टाचार, गबन, राजनीतिक खरीद फरोख्त, हिंसा व अन्य अपराधिक साजिशों से मुक्त हो या कम तो हो।
पर्यटकों की कमी
इस राजनीतिक संकट से श्रीलंका में पर्यटकों की कमी और रानिल विक्रमसिंघे के साथ साझेदारी पर राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने कहा कि “मैं इसका साझेदारी के तौर पर बखान नहीं कर सकता हूँ, रास्त्रपति होने के नाते जनता और देश की भलाई के लिए मैं उनके हित के निर्णय लेने में नहीं हिचकूंगा।” बहरहाल, मैंने कई मसलों का स्पष्टीकरण दिया है, अब कोई अस्थिरता नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुछ पर्यटकों की बुकिंग जरुर रद्द हुई है, लेकिन कोई पर्यटकों के आगमन में अधिक कमिं नहीं आई है बल्कि नवम्बर में पर्यटकों के आगमन में 16 फीसदी की वृद्धि हुई है, मुझे यकीं है कि यह ग्राफ ऊपर की ओर बढ़ता रहेगा।
तमिलों का समर्थन
तमिल राष्ट्रीय गठबंधन ने संसद को बहाल करने में किंगमेकर की भूमिका निभाई है, उन्होंने रानिल वीक्र्म्सिंग्हे को समर्थन किया तमील बहुसंख्यक इलाकों में स्वायत्त करने के लिए टीएनए के दबाव के बाबत मैत्रिपाला सिरिसेना ने कहा कि हमने हमेशा मज़बूत गठबंधन के लिए कार्य किया है, हमने सुधार के लिए कई परियोजनाओं कोलौंच किया है। संघर्ष के दौरान तमिलों की 90 फीसदी सेना के कब्जे में पड़ी जमीन को वापस उनके असल मालिकों के सुपुर्द किया है।
उन्होंने कहा कि इस माह के अंत तक 2500 एकड़ जमीन को भी तमिलों को वापस दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद देश के सभी क्षेत्रों को विकसित करना है, मैं मुस्लिम और तमीं दलों से सहयोग करने का आग्रह करता हूँ ताकि उत्तर और पूर्व में विकास हो सके।