श्रीलंका में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण दो लोगों की मौत हो गई जबकि 65,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 17,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है, जबकि 13 से अधिक जिलों में 1,500 से अधिक घर आंशिक रूप से या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे ने सोमवार को उत्तर मध्य प्रांत के पोलोन्नारुवा और अनुराधापुरा का दौरा किया जो बाढ़ और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावितों में से एक है।
राष्ट्रपति ने विस्थापित लोगों को प्रदान किए गए राहत उपायों का निरीक्षण किया, कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को प्रभावित समुदायों को सहायता प्रदान करना जारी रखने के निर्देश दिए।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सशस्त्र बलों को तत्काल सहायता प्रदान करने और तलाशी व बचाव मिशन में भाग लेने के लिए देश भर के कई जिलों में तैनात किया गया है।
नौसेना ने 25 बचाव दल तैनात किए जो बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए डिंगियों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने श्रीलंका में आने वाले दिनों में उत्तर मध्य प्रांत के साथ-साथ पूर्वी और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है।
सबारागामुवा, मध्य और पश्चिमी प्रांतों में कुछ स्थानों पर लगभग 50 से 75 मिलीमीटर भारी बारिश होने की आशंका है।