शानदार साल 2018 के बाद, श्रीलंका के ऑलराउंडर थिसारा परेरा की एक शानदार फार्म जारी है क्योंकि उन्होने न्यूजीलैंड के खिलाफ माउंट माउंगानुई में खेले गए दूसरे वनडे मैच में शानदार 140 रन की पारी खेली थी। लेकिन अपनी इस बहतरीन पारी के बावजूद वह अपनी टीम को 320 के लक्ष्य तक नही ले जा सके। हालांकि इस अनुभवी खिलाड़ी ने, भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी को पछाड़ा और अपनी रोमांचक पारी से 22 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा।
दूसरे एक दिवसीय मैच में न्यूजीलैंड की टीम से तीन खिलाड़ियो नें अर्धशतक लगाए थे। जिसमें तीसरे विकेट के लिए कॉलिन मुनरो और रॉस टेलर नें 112 रन की साझेदारी की थी। 50 ओवर में न्यूजीलैंड की टीम ने 7 विकेट के नुकसान में 319 रन बनाए थे।
320 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम नें अपने 14 ओवर के खेल में दो विकेट गंवा दिए थे, जबकि 27वें ओवर तक टीम ने 7 विकेट खो दिए थे। गुनाथिलाका के अलावा टॉप-ऑर्डर बल्लेबाजो में सो कोई नही बल्लेबाज नही चला, ना ही मिडल-ऑर्डर में कोई बल्लेबाज अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदल सका।
सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थिसारा परेरा नें अपनी पारी से सबको सम्मोहित कर दिया। इस मैच में परेरा नें 74 गेंदो में 140 रन बनाए जिसमें 13 छक्के और 8 चौके शामिल थे, उनकी इस पारी से न्यूजीलैंड की टीम इस मैच में अपनी जीत की स्थिति खोती जा रही थी। लेकिन उनकी इस शानदार पारी के बावजूद भी श्रीलंका की टीम को 21 रन से हार का सामना करना पड़ा और न्यूजीलैंड की टीम नें तीन मैच की एकदिवसीय सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है।
अपने महान स्कोर में उन्होनें 13 छक्के लगाए थे, जिसकी बदौलत वह श्रीलंका की टीम से एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले खिलाड़ी बन गए है। इससे पहले यह रिकॉर्ड सनथ जयसूर्या के नाम था, उन्होने साल 1996 में पाकिस्तान के खिलाफ 11 छक्के लगाए थे। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होने तीसरे नंबर पर सबसे सर्वाधिक रन मारे है और एमएस धोनी के 139 रन के स्कोर को पिछे छोड़ा है, जो धोनी ने साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में बनाए थे। परेरा की यह पारी न्यूजीलैंड के ल्यूक रोंची की नाबाद 170 की पारी और मार्कस स्टोयनिस की 146 रन की पारी के बाद आती है।
मैच 21 रन से हारने के बाद परेरा ने कहा, ” मुझे अपने आप में बहुत गर्व है क्योकिं यह मेरा पहला एकदिवसीय शतक है। इससे पहले 8 सालो से में मैं नंबर-8 और नंबर-9 पर बल्लेबाजी कर रहा था। लेकिन कोचिंग स्टाफ को धन्यवाद कहूंगा क्योंकि उन्होनें मुझे नंबर-7 पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया। मुझे पूरी पारी में जिम्मेदारी लेनी थी। मैंनें आखिरी के बल्लेबाजो से कहा था मुझे ज्यादा से ज्यादा गेंद खेलने दी जाए। मैं अपनी बल्लेबाजी में कड़ी महनत कर रहा हूं। मैं पांच छक्को का बदला लेने के बजाय जीत के लिए प्रयास कर रहा था।”
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