श्रीलंका में रविवार को दो चर्च में विस्फोट होने की खबर है। यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब ईसाई समुदाय के लोग ईस्टर मना रहे हैं।
बीबीसी ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि ये विस्फोट ईस्टर के अवसर पर करीब पौने नौ बजे हुए जब अनेक गिरजाघरों में प्रार्थनासभा जारी थी। कुछ होटलों में भी धमाके जिनमें लोग हताहत हुए हैं।
एक होटल में भी विस्फोट होने की खबर है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट में कोई हताहत हुआ है या नहीं।
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नें इस बारे में कहा है कि वे कोलोंबो में स्थिति भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क में हैं और इस घटना की जानकारी हासिल कर रही हैं।
मंत्री ने ट्वीट कर कहा, “कोलंबो – मैं कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त के लगातार संपर्क में हूं। हम स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।”
कोलंबो में भारतीय उच्चायोग के आधिकारिक हैंडल ने भी एक ट्वीट में कहा कि वे ‘स्थिति की बारीकी से निगरानी’ कर रहे हैं।”
इसने भारतीय नागरिकों को सहायता या जानकारी लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी प्रदान किए।
समाचार पत्र ‘डेली मिरर’ के मुताबिक, विस्फोट कोचिकाडे के कोटाहेना स्थित सेंट एंथनी चर्च में, काटना के कटुवापिटिया स्थित सेंट सेबेस्टियन चर्च में और तीसरा बटीकालोआ में हुआ है।
समाचार पत्र ने बताया कि विदेशी पर्यटकों सहित कई लोगों के घायल होने की खबर है।
अन्य तीन विस्फोट कोलंबो के फाइव-स्टार होटलों शंगरी-ला, सिनैमन ग्रैंड और किंग्सबरी में हुए हैं।
बटीकालोआ टीचिंग हॉस्पिटल के मुताबिक, 40 मृतकों में से 25 बटीकालोआ में मारे गए हैं।
कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के सूत्रों ने बताया कि 100 से अधिक घायलों को भर्ती कराया गया है।
मंत्री हर्षा डी सिल्वा ने एक ट्वीट में कहा कि हमलों को लेकर एक आपात बैठक बुलाई गई है।
उन्होंने कहा, “डिफेंस सेक्रेटरी और मैं कोच्चकाडे चर्च में हूं। हम शंगरी-ला और किंग्सबरी होटल में भी थे। बचाव अभियान जारी है। विदेशियों सहित कई लोगों के मारे जाने की खबर है।”
उन्होंने लोगों से शांत रहने और घरों के अंदर रहने की अपील की।
बीबीसी ने कहा कि सोशल मीडिया पर तस्वीरों में सेंट सेबेस्टियन चर्च की छत टूटी हुई और बैठने की जगह खून से सनी नजर आ रही थी।
हमलों की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे नें इसपर कहा, “हमारे लोगों पर आज हुए कायरतापूर्ण हमलों की मैं कड़ी निंदा करता हूं, इस दुखद समय में सभी श्रीलंकाई लोगों से एकजुट और मजबूत रहने का आह्वान करता हूं, इस स्थिति को रोकने के लिए सरकार तत्काल कदम उठा रही है।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, श्रंखलाबद्ध बम विस्फोटों में मृतकों की संख्या बढ़कर 185 हो गई है। इनमें से दो बम विस्फोट अपराह्न् में कोलंबो के दो पड़ोसी इलाके में हुए हैं।
बम विस्फोट की शुरुआत कोलंबो स्थित कोच्चिकाडे के सेंट एंथनी चर्च से शुरू हुई, जहां सैकड़ों लोग ईस्टर की प्रार्थना सभा के लिए जमा हुए थे और आधा घंटे के भीतर ही यहां से 30 किलोमीटर दूर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्तियन चर्च में विस्फोट हुआ और फिर कोलंबो से 250 किलोमीटर दूर पूर्व में बट्टिकालोआ में स्थित जियॉन चर्च में विस्फोट हुआ।
आत्मघाती हमलावरों ने कोलंबो के तीन लक्जरी होटलों में ईस्टर की भीड़ के बीच खुद को उड़ा लिया। ये होटल सिनामन ग्रैंड (श्रीलंका के प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास के पास) शंगरी ला और किंग्सबरी होटल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि मृतकों में 35 विदेशी नागरिक शामिल हैं, लेकिन फिलहाल उनकी नागरिकता का पता नहीं चल पाया है।
मीडिया रपटों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में एक चर्च के अंदर का भयावह नजारा दिखा, जिसकी छत विस्फोट में उड़ गई और फर्श पर छत की टाइल्स, लकड़ी के टुकड़े बिखरे पड़े हैं और सब खून से सना हुआ है।
अल जजीरा की एक रपट में कहा गया, “कई लोगों को खून से लथपथ देखा जा सकता है, कुछ लोग उन लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, जो गंभीर रूप से घायल हैं।”
किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन एएफपी ने बताया कि श्रीलंका के पुलिस प्रमुख पुजुथ जयसुंदरा ने 10 दिन पहले राष्ट्रव्यापी अलर्ट जारी किया था कि आत्मघाती हमलावरों ने प्रमुख कैथोलिक चर्चो को निशाना बनाने की साजिश रची है।
अलर्ट में कहा गया था, “एक विदेशी खुफिया एजेंसी ने जानकारी दी है कि एनटीजे (नेशनल तौहीत जमात) आत्मघाती हमलों के जरिए प्रमुख चचरें के साथ ही कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है।”
आर्थिक सुधार मंत्री हर्षा डी सिल्वा ने कुछ घटनास्थलों का दौरा किया और घटना की भयावहता के बारे में बताया।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, मंत्री ने कहा, “भयावह ²श्य। मैंने चारों ओर बिखरे पड़े शरीर के क्षत-विक्षत हिस्सों को देखा। आपातकालीन कर्मचारी पूरे बल के साथ हर जगह हैं। हमने कइयों को अस्पताल पहुंचाया। आशा करता हूं कि कई लोगों की जान बच गई होगी।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्थानीय न्यूज चैनलों पर प्रसारित एक विशेष संदेश में लोगों से शांति बनाए रखने और विस्फोट की तेजी से जांच के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया।
सिरिसेना ने कहा, “मैं इस घटना से स्तब्ध और दुखी हूं। इन जघन्य कृत्यों के पीछे षड्यंत्रों का पता लगाने के लिए इसकी जांच शुरू कर दी गई है। शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।”