श्रीलंका ने अधिकारिक तौर पर चार महीनो से लागू आपातकाल को खत्म कर दिया है। यह ईस्टर हमले के बाद लगाया गया था जिसमे 250 से अधिक लोगो ने अपनी जान गंवाई थी। राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने 22 अप्रैल को देश में आपातकाल को लागू करने का ऐलान किया था।
अप्रैल में देश में आठ विभिन्न स्थलों में आतंकी हमला किया गया था और इसमें तीन आलिशान होटल और तीन चर्च भी शामिल थे। श्रीलंका के राष्ट्रपति दफ्तर ने पुष्टि की कि राष्ट्रपति ने आपातकाल की समयसीमा में विस्तार नहीं किया है। साथ ही गुरूवार को आपातकाल को खत्म करने की अनुमति भी दे दी है।
वैश्विक आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी लेकिन सरकार ने स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) को जिम्मेदार ठहराया था।
अधिकारिक सरकार न्यूज़ पोर्टन ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि “22 अगस्त को देश से आपातकाल को खत्म किया जा रहा है। राष्ट्र्पर्ती ने इसमें विस्तार के लिए कोई सूचना जारी नहीं की है। रक्षा मंत्री देश में आपातकाल की अवधि में वृद्धि नहीं करेंगे।”
आपातकाल ने सुरक्षाबलों को इस हमले के बाद संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार करने और हिरासत में लेने का अधिकार प्रदान किया। एनटीजे से संबंध को लेकर 1000 से अधिक लोग गिरफ्तार किये गये हैं जिनमें पांच ऐसे लोग हैं जिन्हें सऊदी अरब से प्रत्यर्पित कर लाया गया।
श्रीलंका में ईस्टर हमलों से पहले श्रीलंका को भारतीय खुफिया एजेंसियों की तरफ से हमले की सूचना दी गयी थी कि जिहादी श्रीलंका में ईसाई चर्चों और अन्य ठिकानों पर हमला करने वाले हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना पर इसको लेकर आरोप भी लगे थे कि उन्होंने खुफिया इनपुट के बावजूद कोई कार्रवाई करने के आदेश नहीं दिए थे।