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    श्रीलंका के चर्च में ब्लास्ट

    श्रीलंका के विभागों ने गुरूवार को मुल्क की सेना के साथ मिलकर कार्रवाई में तेज़ी कर दी है और रविवार को आतंकी हमले से जुड़े 16 अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। ईस्टर रविवार को हुए आतंकी हमले में 360 से अधिक लोगो की मृत्यु हो गयी थी और 500 से अधिक घायल हो गए थे।

    गिरफ्तार संदिग्धों से आतंकी हमले के बाबत पूछताछ की जा रही है। नौ फियादीन हमलावरों का स्थानीय होने का यकीन है। इस्लामिक चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात ने विध्वंशक विस्फोटो को अंजाम दिया था उन्होंने तीन चर्चो और तीन  आलिशान होटलो में विस्फोट किया था।

    अधिकारीयों के मुताबिक बुधवार को 16 और लोगो को गिरफ्तार किया गया था अब पुलिस की हिरासत में कुल 76 संदिग्ध है। गिरफ्तार हुए अधिकतर संदिग्ध एनटीजे से जुड़े थे हालाँकि एनटीजे ने आतंकी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस्लामिक स्टेट ने आतंकी  हमले की जिम्मेदारी ली है और फियादीन हमलावरों की पहचान की है।

    विभागों ने हज़ारो सैनिको को पुलिस के सर्च अभियान में मदद के लिए तैनात किया है। समस्त देश में 5000 सैनिको को तैनात किया गया है। सेना प्रवक्ता ब्रिगेडियर सुमित अटापट्टू ने कहा कि “पिछले 24 घंटो के दौरान कोई बड़ी वारदात नहीं हुई है। हमने 6300 सैनिको की तैनाती की है इसमें 1000 वायुसेना और 600 नौसेना के सैनिक भी शामिल है।

    पगोडा में मजिस्ट्रेट के कोर्ट के पीछे एक छोटा विस्फोट हुआ था। यह इलाका कोलोंबो से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। हताहत की कोई सूचना नहीं आयी है। पुलिस ने कहा कि यह हमला कूड़े के ढेर में हुए था और इससे कोई जख्मी नहीं हुआ है।

    श्रीलंका में सर्च ऑपरेशन नए लागू किये आपातकाल नियम के तहत है और इस नियम पर संसद में वोटिंग भी नहीं हुई है। बुधवार को रात को 10 बजे कर्फ्यू लगा दिया गया था और सुबह 4 बजे हटा दिया गया था। राष्ट्रपति सिरिसेना ने सभी दलों की बैठक बुलायो थी और उन्होंने सभी धार्मिक नेताओं से मुलाकात की थी।

    राष्ट्रपति ने पुलिस प्रमुख पूजित जयसुंदरा और रक्षा मंत्रालय के सचिव हंसिरि फर्नांडो का सिटीफा माँगा है। अधिकारी  ने कहा कि “पुलिस प्रमुख का पद संवैधानिक परिषद् के तहत होता है। वह उन्हें  संवैधानिक तौर पर बर्खास्त नहीं कर सकते हैं जब तक प्रमुख खुद इस्तीफा न दे दे या संसदीय प्रक्रिया से न किया जाए।

    स्थानीय कैथोलिक चर्च के प्रमुख मलकॉम कार्डिनल रंजीत ने बताया कि “हालात में सुधार नहीं होने तक सभी चर्चों में लोगो को आने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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