श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने भारत के ख़ुफ़िया विभाग रिसर्च एंड विंग एनालिसिस (रॉ) पर उनकी हत्या की योजना बनाने का आरोप लगाया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कैबिनेट बैठक को सम्बोधित करते हुए दावा किया कि रॉ उनकी हत्या करने की कोशिश कर रहा था। अलबत्ता पीएम नरेंद्र मोदी को इस योजना के विषय के बारे में ज्ञात नहीं था।
राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार ने रिपोर्ट को गलत ठहराते हुए खारिज किया है। उन्होंने कहा राष्ट्रपति के बयान को मीडिया ने भ्रमित किया है। राष्ट्रपति कार्यालय जल्दी ही इस बाबत सूचना जारी करेगा।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से दोनों राष्ट्रों के मज़बूत रिश्तों के बाबत बातचीत के लिए नई दिल्ली आएंगे।
राष्ट्रपति सिरिसेना ने सरकार पर उनकी हत्या की साजिश पर आँख मूंदने का आरोप लगाया। पिछले माह भ्रष्टाचार रोधी विभाग के कर्मचारी नमल कुमार ने दावा किया था कि उनके पास राष्ट्रपति सिरिसेना और रक्षा मंत्री की हत्या की योजना है। श्रीलंका ने भारत के राज्य केरल के एक व्यक्ति एम. थॉमस को गिरफ्तार किया था।
कैबिनेट मीटिंग में राष्ट्रपति सिरिसेन ने बताया कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति (थॉमस) एक रॉ एजेंट है जिसे उन्हें मारने के लिए भेजा गया था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को इस योजना की भनक नहीं है। डोनाल्ड ट्रम्प को भी सीआईए की नापाक हरकतों का भान नहीं था.
यह पहली बार नहीं यही जब श्रीलंका के नेताओं ने भारतीय विभागों पर दोष मढ़ा हो। इससे पूर्व साल 2015 में हुए चुनावों में हार के बाद पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने रॉ को चुनावी हेरफेरी में शामिल होने का आरोप लगाया था।
भारत और श्रीलंका के मध्य समझौते कुछ परियोजनाओं की धीमी गति के कारण थोड़ा सुस्त पड़े हुए है। हालाँकि श्रीलंका इन मसलों से उभरने की कोशिश कर रहा है साथ ही भारत और चीन जैसे पड़ोसी देशों के साथ समझौतों में संतुलन बनाये रखना चाहता है।