पणजी, 30 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार में अपने मंत्रिपद को बरकरार रखते हुए उत्तरी गोवा से पांच बार के सांसद श्रीपद नाइक को अब खुद का राजनीतिक ब्रांड बनाने का अवसर मिला है।
गोवा में भाजपा के दो सबसे प्रमुख चेहरों में से एक 66 साल के श्रीपद नाइक सालों तक गतिशील व उद्यमी मनोहर पर्रिकर की छवि से दबे रहे। चार बार मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर का निधन इसी साल कैंसर की वजह से हुआ।
उनके साथी दोनों को भारतीय जनता पार्टी के ‘राम व लक्ष्मण’ बताते थे।
नाइक की यात्रा का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मृदुभाषी स्वयंसेवक, राज्य-स्तरीय कबड्डी खिलाड़ी और 1980 के दशक के मध्य में द्वारहाट ग्राम पंचायत के सरपंच के रूप में विस्तार हुआ अपने तीसरे कार्यकाल 2019 में केंद्रीय मंत्री बने।
उनके लंबे समय के सहयोगी, मित्र और भाजपा के पदाधिकारी गोविंद पार्वतकर के अनुसार, श्रीपद नाइक के ‘धैर्य’ ने उन्हें उनकी राजनीतिक यात्रा में अच्छा प्रदर्शन दिया है।
पर्वतकर ने आईएएनएस से कहा, “वह बहुत धैर्यवान हैं। यह उनकी सबसे बड़ी खूबी है। उनमें लोगों को सुनने की व विषय को समझने की क्षमता है।”
सरपंच के रूप में अपने दो कार्यकाल के बाद, नाइक 1994 में मर्किम से गोवा विधानसभा के लिए चुने गए। वह 1999 में 13 वीं लोकसभा के लिए चुने गए और बाद में 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रालय में शामिल किए गए, जहां कृषि, जहाजरानी, नागरिक उड्डयन, सड़क परिवहन व राजमार्ग व वित्त राज्यमंत्री के रूप में सेवाएं दीं।
इसके बाद से वह लोकसभा चुनाव में अपराजित रहे। मोदी की पहली सरकार में वह पर्यटन राज्यमंत्री और नवगठित आयुष मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री थे।