नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भतीजे चंद्र कुमार बोस द्वारा उनकी आगामी फिल्म “गुमनामी” की आलोचना किए जाने के बाद, फिल्ममेकर श्रीजीत मुखर्जी ने कहा कि वह जेल भेजे जाने पर भी फिल्म बनाएंगे।
एक पुरुष जिन्होंने 1970/80 में उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद में एक समावेशी हिंदू संत की ज़िन्दगी गुज़ारी, उन्हें ‘गुमनामी बाबा’ कहकर बुलाने जाने लगा। जो भी उनसे मिले हैं, उन्होंने दावा किया है कि वह नेताजी बोस ही हैं जिनकी कथित तौर पर 1945 में विमान दुर्घटना में मौत हो गयी थी और उनकी मौत पर आज भी शक गहरा रहा है।
बोस के परिवार के सदस्यों ने कहा कि गुमनामी बाबा को बिना किसी दस्तावेजी या फोटोग्राफिक साक्ष्य के नेताजी के रूप के भेस में करार देना ‘आपराधिक आरोप’ था।
मगर बेफिक्र मुख़र्जी ने ट्विटर पर लिखा-“मुझे डराने के लिए आपकी धमकी का जवाब देते हुए, बोस मैं अपने देश में रहकर ही ये फिल्म बनाऊंगा। अगर तुम मुझे कोर्ट में घसीटोगे तो मैं कोर्ट की सेटिंग से प्रोडक्शन डिज़ाइन लूंगा और ये फिल्म बनाऊंगा। अगर तुम मुझे जेल में रखोगे, मैं स्क्रिप्ट के कुछ और ड्राफ्ट लिखूंगा, फाइन-ट्यून करूँगा और ये फिल्म बनाऊंगा।”
#Gumnaami #NetajiShubhashChandraBose pic.twitter.com/HjIW9m6NyD
— Srijit Mukherji (@srijitspeaketh) February 21, 2019
गुरुवार को बोस ने मुख़र्जी की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी आगामी फिल्म “गुमनामी” नेताजी को एक दरिद्र वैरागी के रूप में चित्रित करेगी।
उनके मुताबिक, “मैं जानना चाहता हूँ कि कौन लोग हैं जो इस विरूपण को समर्थन दे रहे हैं और कौन नेताजी की छवि को खराब करने के लिए मिशन नेताजी को वित्त पोषित कर रहे हैं? ये देशद्रोही कौन हैं? हम गृह मंत्री राजनाथ सिंह से अपील करते हैं कि वे IB द्वारा जाँच शुरू करें।”
राष्ट्रिय पुरुस्कार विजेता फिल्ममेकर ने ट्विटर पर ये भी लिखा कि चन्द्र कुमार बोस ने उन्हें भारत छोड़ने के लिए धमकी दी थी अगर उन्होंने दिखाया कि ‘गुमानी बाबा नेताजी हो सकते हैं’।
उन्होंने आगे कहा कि नेताजी के आखिरी दिनों के सम्बन्ध में और भी सवाल और चर्चा होनी चाहिए। फिर मुख़र्जी ने अंत में कहा कि बोस के परिवार के सदस्यों का बड़ा वर्ग अलग अलग सिद्धांतों पर यकीन करता है जिसमे से एक ‘गुमनामी बाबा’ भी शामिल है।