राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत नें आज प्रदेश के शेरगढ़ और जोधपुर में जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होनें आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस के पक्ष में समर्थन माँगा।
शेरगढ़ में अशोक गहलोत नें कहा, “मुझे खुशी है कि शेरगढ़ में जो उत्साह है मैं देख रहा हूं आप सब में, माताएं बहने बार-बार खड़ी हो जाती है। उत्साह के साथ में आप लोग बैठे हुए हो यह नजारा देखकर मैं बहुत अभिभूत हूं, आपका मैं शुक्रिया अदा करता हूँ। लंबे अरसे से मैं जोधपुर का एमपी रहा करीब 40 साल होने आए हैं, राठौड़ साहब को याद करते हैं वह आज दुनिया में नहीं है पहली बार में एमपी बना तो राठौड़ साहब, परसाराम मदेरणा जी, राम सिंह जी विश्नोई साहब, रणजीतसिंह जी ओसिया, नरपत राम जी बरवड़, रामनारायण जी डूडी, मान सिंह जी देवड़ा सबने मिलकर के मेरा नाम प्रस्ताव किया कि इनको एमपी का इलेक्शन लड़वाओ, दुनिया में नहीं रहे कुछ। पर आप सब के आशीर्वाद से जो मुझे अवसर मिला काम करने का मैं 3 बार केंद्रीय मंत्री बन गया दिल्ली में, 3 बार प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बन गया, दो बार मैं एआईसीसी का महामंत्री बन गया, और आप के आशीर्वाद से तीसरी बार मैं आपके बीच में प्रथम सेवक के रूप में काम करने का मौका मिला। आपका मेरा रिश्ता चाहे शेरगढ़ मेरे जोधपुर में नहीं था राठौड़ साहब पुराने नेता थे, राजस्थान के वरिष्ठ नेताओं में उनका नाम था मोहनलाल सुखाड़िया के वक्त से वह बराबर मंत्री बनते आए थे, कहां मोहनलाल सुखाड़िया साहब का जमाना 60 – 70 का दशक और कहां मैं 98 में बना मुख्यमंत्री, मेरे मुख्यमंत्री काल में वह मेरे मंत्री रहे कानून मंत्री रहे। मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला, तब मुझे गांव गांव में जाने का अनुभव रहा गांव में क्या तकलीफ होती है पानी की, चारे की, गायों के कैंप खोलने की, मजदूरी की तमाम तरह की। जोधपुर जिले से जो मैंने ज्ञान प्राप्त किया वह मेरे काम आया जब मैं पहली बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बना।
अभी मीना कंवर जी ने शानदार भाषण दिया, शानदार तरीके से मीना कंवर जी ने अपनी भावना प्रकट करी बहुत ही मार्मिक शब्दों के अंदर और आप लोगों ने खूब उनकी हौसला अफजाई करी मैं देख रहा था। इसलिए मैं आपसे वादा करता हूं कि कड़ी से कड़ी जोड़ो यहां मीना कवर और ऊपर वैभव गहलोत जीत के जाएगा, दोनों मिलकर काम करेंगे कोई कमी नहीं आएगी आपके।”
इसके बाद जोधपुर में गहलोत नें भाषण में कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि आप सबसे पहली बार एक साथ मिलना हो रहा है। संगठन में ही शक्ति है आप एक साथ में गांव के, शहर के, विभिन्न क्षेत्रों के लोग आए हो तो संगठन बना है उसमें शक्ति पैदा होती है। आपस में एक दूसरे से मिलोगे बातचीत होगी तो संगठन मजबूत बनेगा और खुद में एक आत्म विश्वास पैदा होता है कि नहीं मेरे साथ सब लोग समाज के साथ में है, सुख दुख के अंदर। शिक्षित होना जरूरी है जमाना बदल गया है, बिना शिक्षा के कोई भी जाति, कोई भी वर्ग कभी आगे बढ़ ही नहीं पाएगा।”