मुंबई, 6 जून (आईएएनएस)| देश के शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में गुरुवार को गिरावट का रुख है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 10.08 बजे 129.74 अंकों की गिरावट के साथ 39,953.80 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 52.75 अंकों की कमजोरी के साथ 11,968.90 पर कारोबार करते देखे गए।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 52.89 अंकों की मजबूती के साथ 40,196.00 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.15 अंकों की बढ़त के साथ 12,039.80 पर खुला।
मुंबई , 6 जून (आईएएनएस)| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में कटौती के बाद गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स करीब 554 अंक लुढ़ककर बंद हुआ और एनएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी करीब 178 अंक लुढ़का।
कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई और बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 52.89 अंकों की मजबूती के साथ 40,136.00 पर पर खुला, कारोबार के अंत में सेंसेक्स 553.82 अंकों यानी 1.38 फीसदी लुढ़ककर 39,529.72 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स का ऊपरी स्तर 40,159.26 रहा, जबकि निचला स्तर 39,481.15 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.15 अंकों की बढ़त के साथ 12,039.80 पर खुलने के बाद कारोबार के दौरान 11,830.25 तक लुढ़का, जबकि कारोबार के अंत में निफ्टी 177.90 अंकों यानी 1.48 फीसदी की गिरावट के साथ 11,843.75 पर बंद हुआ।
बीएसई का मिड-कैप सूचकांक 268.54 अंकों यानी 1.77 फीसदी लुढ़ककर 14,931.08 पर बंद हुआ।
बीएसई का स्माल-कैप सूचकांक 237.87 अंकों यानी 1.60 फीसदी लुढ़ककर 14,672.69 पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 19 सेक्टरों के सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच सेक्टरों में तेल एवं गैस सूचकांक (3.04 फीसदी), पूंजीगत वस्तु सूचकांक (2.81 फीसदी), बैंक इंडेक्स (2.34 फीसदी), वित्त सूचकांक (2.27 फीसदी) और औद्योगिक सूचकांक (2.13 फीसदी) शामिल रहे।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्तवर्ष 2019-20 की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट छह फीसदी से घटाकर 5.75 फीसदी करने का फैसला लिया।