बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री शेख हसीना ने भारत की तरफ से विभिन्न अनसुलझे मामलो पर सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद व्यक्त की है। इसमें तीस्ता जल साझा करना भी शामिल है। शेख हसीना अक्टूबर की शुरुआत में भारत की यात्रा पर आएँगी।
हसीना ने बुधवार को संसद में कहा कि “हम आशावादी है कि दोनों देशो के बीच अनसुलझे मामलो को जल्द ही हल कर लिया जायेगा। मेरी भारत यात्रा से पूर्व नई दिल्ली के साथ साझा किये विवादित मामले के परिणाम हमें सकारात्मक मिलेंगे।” प्रधानमन्त्री 3 से 6 अक्टूबर तक भारत के दौरे पर होंगी और वह विश्व आर्थिक मंच के भारत आर्थिक सम्मेलन में शामिल होंगी।
इसका आयोजन 3 से 4 अक्टूबर को नई दिल्ली में किया जायेगा जिसकी थीम “इन्नोवाटिंग फॉर इंडिया; स्ट्रेंग्थिंग साउथ एशिया, इम्पक्टिंग द वर्ल्ड” होगी। हसीना और उनके भारतीय समकक्षी नरेंद्र मोदी द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे, इसमें तीस्ता के मामले पर भी बात होगी।
उन्होंने कहा कि “भारत के साथ बांग्लादेश के काफी मज़बूत रिश्ते हैं। संयुक्त सहयोग और विकास के नए क्षेत्रों के नए दरवाजे है। बांग्लादेश और भारत ने सुरक्षा, व्यापार, ऊर्जा, पॉवर, कम्युनिकेशन, डेवलपमेंट असिस्टेंस, पर्यावरण, शिक्षा, ढांचागत विकास, संस्कृति और स्वास्थ्य पर समझौते को किया हुआ है।
कई अन्य मामलो में सहयोग काफी बढ़ा है। इसमें ब्लू इकॉनमी, परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण इस्तेमाल, एयरोस्पेस रिसर्च, साइबरसिक्योरिटी शामिल है। तीस्ता जल साझा करने के बाबत उन्होंने कहा कि “उनकी सरकार समझौते पर हस्ताक्षर के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रही है। इस मामले को दोनों देशो के सर्वोच्च राजनीतिक स्तरों से पहले रखा गया है।
मोदी ने बांग्लादेश की अपनी पूर्व यात्रा में कहा था कि वह भारत सरकार की सहायता से तीस्ता मामले को हल करने के लिए आश्वस्त करते हैं।