अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अगले महीने जापान में मुलाकात के फलदायी होने की सम्भावना है।” विश्व को आर्थिक ताकतों के बीच व्यापार युद्ध का दौर जारी है। सोमवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उनकी रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की भी सम्भावना है।”
जापान में मुलाकात
उन्होंने कहा कि “जैसा आप जानते हैं हम जापान में जी-20 के दौरान मुलाकात करेंगे और मेरे ख्याल से वह सबसे फलदायी वार्ता होगी। हम अभी सैकड़ों अरबो रूपए ले रहे हैं। हम अतिरिक्त शुल्क के तौर पर सैकड़ो डॉलर ले रहे हैं। जब तक मेरा चयन नहीं हुआ था हमने 10 परसेंट भी नहीं लिया था। हमारे समक्ष 325 अरब डॉलर अन्य है जिस पर हम शुल्क लगा सकते है अगर हमने इसका निर्णय कर लिया।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि “हम इसे दसो अरबो डॉलर के तौर पर ले रहे हैं। हमने इससे पूर्व कभी चीन के साथ ऐसा सुलूक नहीं किया है। इससे पहले हमने किसी के साथ ऐसा नहीं किया है। असल में सभी मुल्कों ने सिर्फ हमारी व्यापार समझौते का फायदा उठाया है।”
व्यापार युद्ध
भारत में 23 मई को चुनाव के नतीजों का ऐलान हो जायेगा और जी-20 में अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री की मुलाकात होगी। मीडिया से रूबरू होते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने रुसी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति के आलावा किसी अन्य से मुलाकात के बाबत कोई जानकारी नहीं दी है।
गत नवंबर में एर्जेन्टीना में ट्रम्प-शी मुलाकात हुई थी। एक बार फिर जारी व्यापार द्वन्द के बीच समस्त विश्व की निगाहें दोनों नेताओं की जापान में मुलाकात पर होगी।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मैं राष्ट्रपति पुतिन के साथ भी मुलाकात करूँगा। इससे पूर्व किसी ने रूस के प्रति इतना सख्त रुख नहीं अपनाया है लेकिन हम रूस के साथ बातचीत कर इसको समाप्त करेंगे। मेरी तरह किसी भी पूर्व राष्ट्रपति ने रूस पर इतने कड़े प्रतिबन्ध नहीं लगाये हैं।”
उन्होंने कहा कि “किसी ने भी जर्मनी और अन्य जगहों पर गयी पाइपलाइन के बाबत कोई बातचीत नहीं की है जैसे मैंने की है। मैंने इस अनुचित कहा है। किसी भी ने इससे पूर्व ऐसा कारनामा नहीं किया है। अगर आप वाकई कुछ बड़ा देखना चाहते हैं तो ऊर्जा कारोबार में विश्व में शीर्ष पर अमेरिका बरक़रार है।”
उन्होंने कहा कि “हम रूस से अधिक बड़े हैं, हम सऊदी अरब से अधिक विशाल है। हम विश्व में सबसे शीर्ष पर है और यह सब मेरे राष्ट्रपति बनने के बाद ही संभव हो सका है। अमेरिका काफी उम्दा कर रहा है।”