चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उत्तर कोरिया के साथ लम्बे समय और स्थिर संबंधो का प्रचार करने का वादा किया था। दोनों देशो के बीच राजनयिक संबंधो को 70 वर्ष पूरे हो गए हैं। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने शी जिनपिंग को एक सन्देश भेजा था और कहा कि “समाजवाद की राह पर हमारी मजबूत दोस्ती हमेशा अमिट रहेगी।”
साल 1949 में स्थापना के बाद उत्तर कोरिया उन देशो में शुमार था जिसने चीन को मान्यता दी थी। मार्च 2018 से किम और शी ने पांच दफा मुलाकात की है। शी ऐसे पहले चीनी नेता है जिन्होंने 14 वर्षो में पहली बार चीन की यात्रा की है और जून में यह दौरा ऐतिहासिक हुआ था।
किम ने कहा कि “दोनों देश समाजवाद का बचाव करेंगे और कोरिया प्रायद्वीप या विश्व में शान्ति और स्थिरता को कायम रखेंगे। मंगलवार को बीजिंग में देश के 70 वें स्थापना समारोह में हावी सैन्य परेड आयोजित की गयी थी और अमेरिका व उत्तर कोरिया के बीच स्वीडन में एक दिन पूर्व ही वार्ता की गयी है।
प्योंगयांग में अमेरिका के प्रतिबन्ध लागू है और उन्हें परमाणु व बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को त्यागने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “वार्ता इसलिए बिगड़ी क्योंकि अमेरिका ने हमें बेहद निराश किया था।”
फ़रवरी में किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच वार्ता रद्द हो गयी थी और इसके बाद प्योंगयांग ने सिलसिलेवार मिसाइलों को लांच किया था। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच वार्ता के दोबारा शुरू होने के बाद से ही चीन और रूस यूएन से प्रतिबंधो को हटाने की मांग कर रहे हैं ताकि उत्तर के परमाणु निरस्त्रीकरण की तरफ गति प्रदान की जा सके।