चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि “वह कश्मीर की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और पाकिस्तान के मूल हितो के मामले में उनका समर्थन करेंगे।” भारत ने कहा कि “नई दिल्ली के आंतरिक मामले में किसी अन्य देश को दखल देने का हक़ नहीं है।”
कश्मीर के मामले पर मीडिया ने इमरान खान और शी जिनपिंग की मुलाकात का मुद्दा उठाया था। विदेश मंत्रालय के अधिकारिक प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “हमने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री इमरान खान की मुलाकात के बाबत रिपोर्ट्स को देखा है जिसमे कश्मीर पर उनकी चर्चा के बारे में भी बताया गया था। भारत की स्थिति सांगत और स्पष्ट है कि जम्मू कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला है। चीन अपनी स्थिति से वाकिफ है। किसी दुसरे देश को हमारे मामले में बोलने का हक़ नहीं है।”
बीजिंग की यात्रा के दौरान प्रधानमन्त्री इमरान खान ने शी जिनपिंग से मुलाकात की थी और कहा कि “कश्मीर पर सही और गलत की स्थिति स्पष्ट है और भारत व पाकिस्तान को अपने मतभेदों को वार्ता के जरिये सुलझा लेने चाहिए।” शी इमरान खान से मुलाकात के बाद भारत की यात्रा पर आये थे।
भारत की दो दिवसीय यात्रा पर उन्होंने पीएम मोदी से चेन्नई के महाबलीपुरम में दूसरी अनौपचारिक मुलाकात की थी। भारत ने जम्मू कश्मीर से 5 अगस्त को विशेष राज्य के दर्जे को निष्प्रभावी कर दिया था और इसके बाद दोनों मुल्को के संबंध काफी बिगड़ गए थे। भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को दो केन्द्रशासित प्रदेशो में विभाजित कर दिया था।