दिल्ली की कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने रविवार को कहा कि आगामी लोक सभा चुनावों में भाजपा पीएम नरेंद्र मोदी के इर्द-गिर्द चुनावी अभियान बनाकर कामयाब नहीं हो पाएगी क्योंकि उन्होंने पिछले साढ़े चार साल में कुछ भी काम नहीं किया है और इसलिए लोगों में काफी नाराज़गी है।
वैसा तो पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात का सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या पार्टी वापस सत्ता में आ जाएगी मगर ये जरूर कहा कि भारत की जनता उनके गलतकर्मों के लिए भाजपा को एक सबक जरूर सिखाएगी।
PTI को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा-“इस वक़्त तो मैं नहीं कह सकती कि क्या कांग्रेस सत्ता में आएगी। किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी कि हम विधानसभा चुनावों में हमें तीन राज्य जीत जाएंगे। कांग्रेस शांत पार्टी है। हम राजनीती समझते हैं। हम दिखावा नहीं करना चाहते। हम एक अच्छे शो के लिए आश्वस्त हैं।”
दिल्ली में पिछले लोक सभा चुनावों में कांग्रेस हार गयी थी और भाजपा को सभी सात सीटें मिल गयी थी। भाजपा ने अपने चुनावी अभियान के चेहरे के लिए पीएम मोदी को प्रोजेक्ट किया था।
दीक्षित ने कहा-“इस बार मोदी फैक्टर काम नहीं करेगा। उन्होंने दिल्ली के लिए एक भी चीज़ नहीं की है। जनता उनके खिलाफ गुस्सा निकालने का इंतज़ार कर रही है। भाजपा कठिन परिस्थिति में है।”
मोदी सरकार को और हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने आम इन्सान के ऊपर नोटबंदी और जीएसटी जैसे दुखो का ढेर कर दिया है और साथ ही धर्म के नाम पर समाज का ध्रुवीकरण किया है।
आगे उन्होंने कहा-“कांग्रेस के लोगों में अब राहुल गाँधी के लिए बहुत मान और सम्मान है। वे एक ज़िम्मेदार नेता हैं जो बड़े और सही फैसले ले सकते हैं। इसलिए हमें विश्वास है कि आगामी लोक सभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन दे सकते हैं। कांग्रेस काफी बेहतर प्रदर्शन देगी।”
दिल्ली की सात संसदीय सीटों पर कांग्रेस की संभावना के बारे में, दीक्षित ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा खराब प्रशासन और एनडीए सरकार की जन-विरोधी नीतियों के कारण पार्टी के जनाधार में उछाल आया है।
उनके मुताबिक, “हमारे कार्यकर्त्ता जोश से भरे हुए हैं। हम अपने खोये हुए मैदान को जल्दी से वापस पा रहे हैं। कांग्रेस पुनरुत्थान की राह पर है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ हैं कि हम आगामी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।”
दिल्ली कांग्रेस में दलबंदी के ऊपर सवाल करने पर उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता हर वर्ग के लोगों को साथ लाना है और एक उत्साही लड़ाई लड़नी है। उनके मुताबिक, “मैंने पहले कभी भी इतने सारे लोगों को कांग्रेस का सदस्य बनने की इच्छा जताते हुए नहीं देखा। लोग अब चाहते हैं कि कांग्रेस फिर सत्ता में आये।”