सरकारी आधिकारियों के तबादले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आप सरकार संतुष्ट नहीं है। इस बाबत दिल्ली कांग्रेस मुख्य शीला दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल को सलाह दी है कि “लड़ने से कोई फायदा नहीं होगा।”
शीला दीक्षित ने कहा है कि संविधान के तहत दिल्ली सरकार को शक्तियां मिली है जो कि सीमित है। केंद्र, गवर्नर और गृह मंत्रालय बाकी अन्य गतिविधियों को देखते हैं। तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी शीला दीक्षित ने मीडिया को कहा कि ‘लड़ना विकल्प नहीं है, यदि बदलाव किए जा सके तब कोई बात है।’
शीला दीक्षित ने ये बातें तब कही जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली में काम न कर पाने के लिए केंद्र और न्यायालाय को दोषी ठहरा रहे थे। आम आदमी पार्टी (आप) ने हर नाकामयाबी के पीछे केंद्र और गवर्नर का हस्तक्षेप बताया।
केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए शीला दीक्षित ने कहा कि “अधिकार ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत लेने से नहीं मिलती है।”
2015 विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली की कुल 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 67, भाजपा ने 03 सीटें जीती थी। जबकि कांग्रेस को राजधानी में बुरी तरह से मुंह की खानी पड़ी थी।