Sun. Nov 24th, 2024
    shiv

    जयपुर, 3 जून (आईएएनएस)| विश्व की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मूर्ति राजस्थान के नाथद्वारा में कुछ महीनों के भीतर तैयार हो जाएगी।

    मिराज ग्रुप के एक अधिकारी प्रकाश पुरोहित ने बताया कि उदयपुर से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गणेश टेकरी में बनने वाली 351 फीट ऊंची प्रतिमा की परियोजना पर काम चल रहा है।

    2012 से शुरू हुई इस परियोजना में प्रतिदिन करीबन 750 श्रमिक काम करते हैं।

    प्रतिमा के निर्माण में 2,500 टन से अधिक परिष्कृत स्टील का उपयोग किया जाएगा। उच्च गुणवत्ता वाले तांबे से चमकता हुआ, शुद्ध जस्ता का उपयोग करके 110 फुट ऊंचे पेडस्टल का निर्माण किया जा रहा है।

    निर्माण कार्य पूरा होने पर, तीन अलग-अलग दीर्घाओं को तीन स्तरों पर बनाया जाएगा- 20 फीट, 110 फीट और 270 फीट।

    प्रतिमा के चारों ओर लगभग 300 वर्ग फुट तक फैला क्षेत्र, एक सुंदर हरे भरे बगीचे से सुशोभित होगा।

    भारत विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा का घर है, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 597 फीट है।

    विश्व की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा चीन की स्प्रिंग टेंपल बुद्धा है, जिसकी ऊंचाई 420 फीट है।

    वहीं म्यांमार की खटकान तुंग में लेक्युन सेक्काया की प्रतिमा तीसरी सबसे बड़ी मूर्ति है, जिसकी ऊंचाई 380 फीट है।

    दुनिया की सबसे ऊंची शिव मूर्तियों में से कुछ नेपाल में कैलाशनाथ मंदिर (143 फीट), कर्नाटक में मुरुदेश्वर मंदिर (123 फीट) और तमिलनाडु में आदियोग मंदिर (112 फीट) हैं।

    अरावली की पहाड़ियों में बसा नाथद्वारा 17वीं शताब्दी में मेवाड़ के महाराणा राज सिंह द्वारा निर्मित श्रीनाथजी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *