महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही रस्साकसी अबतक शांत नहीं हुई है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी को शिवसेना की ओर से की जाने वाली मांग का जवाब पार्टी के वरिष्ठ नेता देंगे।
भंडारी ने यह भी कहा कि जेडीयू के नीतीश कुमार प्रबल नेता है और इसलिए वे बिहार के मुख्यमंत्री है। उनकी क्षमता के कारण पार्टी ने अधिकतम सीट जीता था।
पवार की उम्मीदवारी पर बीजेपी का रुख
सूत्रों के मुताबिक एनसीपी (नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार मद्रास निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। भंडारी ने इसपर कहा कि पवार का लड़ना एनसीपी नेताओं और पार्टी दोनों के लिए जरुरी है। साल 2014 के आम चुनावों में एनसीपी को 4 सीटें ही मिली थी।
भंडारी की माने तो एनसीपी के पास कोई विकल्प नहीं है, इसलिए से वे शरद पवार को ही चुनावी मैदान में उतार रहे हैं।
राउत माँग
एएनआई से बात करते हुए राउत ने कहा कि यदि 2019 में एनडीए केंद्र में सरकार बनाती है तो उसमें शिवसेना, अकाली दल और अन्य प्रमुख सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
उन्होंने यह भी कहा, “एनडीए के सभी सहयोगी दल अपने राज्यों में मजबूत हैं। यदि केंद्र में उनके साथ गठबंधन से सरकार बनती है तो उस राज्य में सीएम सहयोगी दल से होना चाहिए,”
शिवसेना महाराष्ट्र राज्य के साथ-साथ केंद्र में भी भाजपा की सहयोगी पार्टी है, लेकिन इसके बावजूद भी वह भगवा पार्टी पर लगातार हमलावर रही है। बीते दिन राफेल मामले पर कैग की रिपोर्ट आने के बाद शिवसेना की प्रवक्ता मनीषा कयांडे ने केंद्र से सवाल किया था कि राफेल सौदे की जांच के लिए सरकार एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग क्यों नहीं मान लेती? पेश हुई रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर शिवसेना ने भी सवाल खड़े किए हैं और कहा कि इसमें हेरफेर किया जा सकता था।
शिवसेना ने हाल ही में भाजपा पर उनसे सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया था और आने वाले दिनों में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीेए) को जारी रखने पर संदेह व्यक्त किया था।
शिवसेना नेता आनंदराव अडसूल ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए का सहयोगी होकर खुश थी, लेकिन इन दिनों उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है।