मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान इन दिनों प्रदेश में घूम-घूमकर रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। कल ही शिवराज सिंह नें भोपाल में प्रज्ञा ठाकुर के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया।
गुना के फतेहगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान नें कहा, “राहुल गांधी कर्जा माफी का ढोल पीट रहे हैं और किसान कह रहे हैं कि मर गये। अरे राहुल जी, इतना झूठ बोलने से पहले कुछ तो शर्म करो। कमलनाथ वोट डालने गये तो बिजली चली गई। मोबाइल की रोशनी में उन्होंने वोट डाला। भोपाल में तो दिग्गी राजा सभाएं करने के लिए अपने साथ जनरेटर लेकर चल रहे हैं कि पता नहीं कब बिजली चली जाये।”
उन्होनें आगे कहा, “चार महीनों में ही कांग्रेस ने अंधेरों का प्रदेश बना दिया। चार महीनों में ही कांग्रेस ने प्रदेश को लूट लिया। एक ही छापे में करोड़ों बरामद। कांग्रेस के खून में भ्रष्टाचार है। एक भी चोर नहीं बचेगा, चौकीदार चौकन्ना है। मुझे आपके हक के लिए लड़ना है। सरकार को किसानों का कर्ज माफ करना होगा, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता और रोजगार देना होगा वर्ना सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।”
इससे पहले शिवराज सिंह नें प्रदेश कार्यालय में पार्टी पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया था।
इस दौरान उन्होनें कहा था, “यह दुर्भाग्य की बात है कि किसी सरकार के बनने के चार महीने में ही उसके खिलाफ आरोप पत्र जारी करना पड़ रहा है। हम उस सोच वाले लोग हैं कि विकास होते रहना चाहिए, सरकार बदलते रहना चाहिए; लेकिन 4 महीने में ही इस सरकार ने त्राहि-त्राहि मचा दी है। राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन 4 महीने बीत गये अब तक नहीं हुआ। अब कांग्रेस के एक विधायक कह रहे हैं कि 10 दिन में तो गोद भराई होती है, बच्चा पैदा होने में 9 महीना लगता है। दूसरे कह रहे हैं कि पैसा ही नहीं है। किसान ठगा गया है। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कांग्रेस ने किया था, लेकिन आज तक एक भी युवा को नहीं दिया गया है। मोबाइल फैक्टरी और फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का वादा था, इस दिशा में भी अब तक कोई काम नहीं हुआ है। “
उन्होनें आगे कहा, “किसान कर्जमाफी पर ठगी का शिकार हुआ है। जिनका कर्ज 1 लाख है, उनका 1 हज़ार रुपया माफ हुआ है। कांग्रेस ने बिजली बिल हाफ करने की बात की थी; लेकिन हाफ नहीं, बल्कि साफ हो गई है। कमलनाथ जी वोट देने गये तो मतदान केंद्र की ही बिजली चली गई और दिग्विजय सिंह तो सभा करने के लिए साथ जनरेटर लेकर चल रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि कमलनाथ बिजली जाने के लिए भी भाजपा को दोषी ठहरा रहे हैं। अगर इसमें भाजपा का हाथ है तो आप मुख्यमंत्री हो, पकड़ते क्यों नहीं। यदि आपके रहते कोई गड़बड़ कर रहा है, तो आप इस लायक ही नहीं हो कि सरकार संभालो। पिछड़े वर्ग को आरक्षण के नाम पर धोखा दिया गया है। 14 से 27 प्रतिशत करना इतना ही आसान होता तो क्या मैं नहीं कर देता। मैं जानता हूँ कि संविधान में संशोधन के बिना यह संभव नहीं है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। चित्रकूट में श्रेयांश और प्रेयांश की फिरौती की रकम लेकर हत्या कर दी गई। भोपाल में पुलिस अफसर की घर में घुसकर हत्या और मासूम की दुराचार के बाद हत्या जैसी घटनाएं, इनकी अक्षमता का स्पष्ट उदाहरण हैं। कांग्रेस न्याय की बात कर रही है, जिसने संबल योजना बंद कर गरीबों के साथ अन्याय किया है। गरीबों की असामयिक मृत्यु पर 4 लाख, सामान्य मृत्यु पर 2 लाख और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं पर रोक लगाकर कांग्रेस ने जनता को धोखा दिया है।”