चीन के स्वायत्त उइगर मुस्लिमों के प्रांत शिनजियांग में जांच को गयी थी। चीनी सरकार के वरिष्ठ कूटनीतिज्ञ ने कहा कि चीन के शिनजियांग प्रान्त के बाबत अफवाहों को विश्व को नज़रअंदाज़ करना चाहिए और हमारे विभागों पर यकीन करना चाहिए। अमेरिका, कनाडा सहित कई पश्चिमी देशों ने चीन को शिनजियांग के शिविरों को बंद करने के लिए कहा था।
शिनजियांग के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक वहां 10 लाख अल्पसंख्यकों और उइगर मुस्लिमो को नज़रबंद रखा गया है। चीन ने कहा था कि शिनजियांग में मुस्लिम चरमपंथियों और अलगाववादियों का खतरा मंडरा रहा है। चीन ने शिनजियांग में दमनकारी नीति अपनाने के आरोपों को खारिज कर दिया था।
चीनी विभाग के मुताबिक कई छोटे अपराधियों को अपने कृत्य पर अफसोस होता है उन्हें इन शिविरो में प्रशिक्षण के लिए भेज दिया जाता है। इन शिविरों में वे लोग कार्य क्षमता, कानूनी ज्ञान अर्जित करते हैं। जर्मनी के विदेश मंत्री के साथ बैठक के बाद चीनी मंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि लोग समझेंगे और शिनजियांग प्रान्त के सरकार के प्रयासों को समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा कि लोगों को अफवाहों को नज़रअंदाज़ करते हुए चीनी विभाग और भरोसा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्रयास अंतरराष्ट्रीय समुदाय के पक्ष में हैं और आतंकवाद कर खिलाफ महत्वपूर्ण कदम है। उइगर मुस्लिमों और अन्य मुस्लिमों के साथ अत्याचार करने पर अमेरिका मानवाधिकार के उल्लंघन में सम्मिलित सभी कंपनियों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की फिराक में हैं।
जांचकर्ताओं के मुताबिक शिनजियांग में साल 2017 से अब तक तीन गुना सुरक्षा संबंधी शिविरों का निर्माण हुआ है। सरकार के मुताबिक इन शिविरों में प्रशिक्षण दिया जाता है लेकिन यहां रोजगार का दर्जा निम्न है।
हाल ही में चीन में उइगर मुस्लिमों व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पाए अत्याचार की खबरे आयी थी। चीन में धार्मिक किताबों की ऑनलाइन बिक्री पर पाबंदी है और धार्मिक समूहों की स्थानों को ध्वस्त किया गया था।