अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ के रिलीज के बाद से ही पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी इन दिनो सुर्खियों में है। पाकिस्तान के पूर्व आलराउंडर खिलाड़ी ने आत्तकथा में कुछ ऐसे खुलासे किये है जिससे सब हैरान है। जिसमें सबसे बड़ा खुलासा उन्होने अपनी उम्र को लेकर किया। उन्होने यह खुलासा कि वास्तव में 19 साल के थे जब उन्होने 1996-97 में नैरोबी में 37 गेंदो में 100 रन की पारी खेली थी और 16 साल केवल आधिकारिक तौर पर दर्ज करवाया हुआ था।
लेकिन उनकी आत्मकथा में लिखा है कि वह 21 साल के थे जब उन्होने यह रिकार्ड ब्रेकिंग पारी खेली थी। उन्होने अब यह स्पष्ट किया है कि जब वह नेशनल अंडर-14 के ट्रायल के लिए गए थे उन्हें अपनी उम्र का पता नही था जिसके कारण गड़बड़ और गलतफहमी पैदा हुई है। महान क्रिकेटर ने यह भी कहा कि उन्हें अपनी अभी-अभी जारी आत्मकथा में अपनी उम्र के बारे में बात करने का कोई पछतावा नहीं है और यह भी स्पष्ट किया कि पहले संस्करण में उनके जन्म के गलत वर्ष को छापा गया है।
अफरीदी ने भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर पर अपनी पुस्तक में एक अंश के साथ हलचल पैदा की थी। ऑलराउंडर ने गंभीर के बारे में कुछ अपमानजनक टिप्पणी की थी, जो अंततः ट्विटर पर उनके बीच शब्दों के युद्ध में समाप्त हुई। उसके बाद सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी को अपने सर्वकालिक विश्व कप प्लेइंग-11 से बाहर करने के बाद अफरीदी ने फिर से भारतीय प्रशंसकों का सामना करने का जोखिम उठाया।
अफरीदी ने अपनी सर्वकालिक प्लेइंग-11 एकमात्र भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली को जगह दी है। अफरीदी ने अब उस बात का खुलासा किया है क्यों उन्होने सचिन धोनी से पहले विराट कोहली को चुना है। एक स्थानिय टीवी चैनल पर बात करते हुए अफरीदी ने कहा, मैंने कोहली को चुना क्योंकि वह बल्लेबाजी करते समय देखने में बहुत राजसी और सुंदर लगते हैं।
“सचिन और धोनी महान हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ हासिल किया है। मैंने कोहली को चुना क्योंकि वह बल्लेबाजी करते समय देखने में बहुत राजसी और सुंदर लगते हैं।”
अफरीदी ने भारतीय क्रिकेट के लिए अपने प्यार का इजहार किया
जैसे की इस समय भारत-पाकिस्तान के बीच रिशते सही नही चल रहे लेकिन कुछ साल पहले चीजे इतनी बेकार नही थी। भारत और पाकिस्तान ने नियमित रूप से एक-दूसरे के प्रदेशों का दौरा किया करते थे और शाहिद अफरीदी ने उन यात्राओं की यादें ताजा कीं। ऑलराउंडर ने कहा कि वह भारत के प्रत्येक दौरे को प्यार करते थे क्योंकि उन्हें वहां बहुत प्यार मिलता था। उन्होने भारतीय क्रिकेट के लिए प्रशंसा भी व्यक्त की।
अफरीदी ने कहा, ” मैंने भारत में किये हर दौरे का भरपूर आनंद लिया है क्योंकि वहां मुझे बहुत प्यार औऱ सम्मान मिला है और पाकिस्तान के अन्य खिलाड़ियो को भी। मैं भारतीय क्रिकेट की प्रशंसा करता हूं क्योंकि जिस तरह से खेल वहां चलाया जाता है और जो पैसा कमाते हैं उसे खेल और खिलाड़ियों में वापस निवेशित किया जाता है।”