शाहरुख़ खान ने बॉलीवुड में 27 साल पूरे कर लिए हैं मगर फिर भी वो उन अभिनेताओं में से एक हैं, जिनकी फिल्मों का सभी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। वह आखिरी बार आनंद एल.राय निर्देशित फिल्म ‘ज़ीरो’ में कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा के साथ दिखाई दिए थे। इसके बाद वह, राकेश शर्मा की बायोपिक में काम करने वाले थे मगर बाद में उन्होंने फिल्म से हटने का फैसला कर लिया और तब से ही उनके अगले प्रोजेक्ट को लेकर तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
कुछ खबरों में ये भी लिखा था कि शाहरुख़ अब फरहान अख्तर निर्देशित फिल्म ‘डॉन 3’ में दिखाई देंगे मगर निर्माता रितेश सिधवानी ने खुलासा किया कि फिल्म कुछ समय तक नहीं शुरू होगी। खबरें तो ये भी थी कि वह मधुर भंडारकर की ‘इंस्पेक्टर ग़ालिब’ में एक पोलिसवाले के किरदार में दिखाई दे सकते हैं हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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भले ही उनके अगले प्रोजेक्ट के बारे में किसी को ना पता हो मगर ये सबको मालूम होगा कि उन्हें हाल ही में लंदन के यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ से डॉक्टरेट उपाधि के साथ सम्मानित किया गया है। उपाधि मिलने के बाद उन्होंने बीबीसी को एक इंटरव्यू दिया जिसमे उन्होंने अपने अगले किरदार के बारे में बात की।
बीबीसी एशियाई नेटवर्क के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा किये इस वीडियो में किंग खान कहते दिख रहे हैं-“मेरा अगला किरदार मेरे पिछले किरदार जैसा सेक्सी होगा। तो आप चाहते मुझे सेक्सी पिता बनते देखना चाहते हैं, एक सेक्सी हीरो बनते देखना चाहते हैं, कोई भी सेक्सी जो आप चाहो। मेरा अगला किरदार इतना सेक्सी होगा जितना आप चाहते हो।”
Bollywood superstar @iamsrk has just received an honorary doctorate from the University of Law in London.
In an exclusive interview with @ShabnamMahmood he spoke about the #MeToo movement, film censorship in India and #Brexit. pic.twitter.com/gciiA4Ttjr
— BBC Asian Network (@bbcasiannetwork) April 5, 2019
तो देखा किस तरह बादशाह ने अगले प्रोजेक्ट के सवाल को टाल दिया। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने इंडस्ट्री में महिलाओं के किरदारों के ऊपर भी बात की। उनके मुताबिक, “महिलाओं की भूमिकाएं और महिलाओं के लिए कार्यस्थल पर आपके प्रति जिस तरह का रवैया है, वह सकारात्मक रूप से बदल रहा है। विसंगतियां और उतार-चढ़ाव भी होंगे। 90 के दशक में जब मैं काम कर रहा था, अगर किसी महिला की शादी हो जाती थी, तो आम तौर पर किसी फिल्म में वापस आने और अभिनय करने का अवसर नहीं होता था, लेकिन अब वे सभी फिल्मों में अभिनय कर रही हैं और यह बहुत सहज और अच्छा है, इसलिए मुझे लगता है कि फिल्म इंडस्ट्री में महिला अभिनेताओं के लिए बहुत सारी सकारात्मक चीजें हैं।”
उन्होंने सीबीएफसी के ऊपर राय व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें बदलना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि वह जानते हैं की कोई फिल्ममेकर दर्शको को परेशान करने के लिए फिल्म नहीं बनाएगा, लेकिन हमारे देश की संस्कृति बहुत मजबूत है इसलिए उसका भी सम्मान होना चाहिए।
तो उनके इंटरव्यू ये यही समझ आ रहा है कि अभी उनके अगले प्रोजेक्ट के लिए हमें कुछ दिन और इंतज़ार करना होगा।