भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में रफाल लडाकू विमानों की शस्त्रपूजा की थी। पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने राजनाथ सिंह का बचाव किया और कहा कि “रफाल की पूजा करने में कोई गलत बात नहीं है क्योंकि यह धर्म के अनुसार की गयी थी।”
आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि “रफाल की पूजा करने में कुछ गलत नहीं है क्योंकि यह धर्म के नियमो के मुताबिक हुई है और इसका सम्मान करना चाहिए। याद रखिये, यह अकेली मशीन नहीं जो मायने रखती है असल में उस मशीन को संभालने वाले व्यक्ति की क्षमता, जुनून और संकल्प मायने रखता है।”
दो दक्षिणी एशियाई देशो के बीच तनाव काफी बढ़ गया है क्योंकि भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुछेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था और राज्य को दो केन्द्रशासित प्रदेशो में विभाजित कर दिया था। पाकिस्तान ने इस मामले का अंतरराष्ट्रीकरण करने की भरसक कोशिश की थी।
8 अक्टूबर को रफाल विमान के पहले फाइटर जेट को रक्षा मंत्री को फ्रांस के बौर्डिओक्स में सौंप दिया था और विजयदशमी के मौके पर उन्होंने रफाल विमान की पूजा की थी। उन्होंने विमान पर ओम का निशान बनया और फूल अर्पित किये। साथ ही बुरी नजर से बचाने के लिए नारियल फोड़ा और पहिये से नींबू कुचले थे।
इसके बाद सिंह को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा था और कांग्रेस पार्टी भी पूजा के लिए राजनाथ सिंह की आलोचना कर रही थी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडके ने सिंह की शस्त्र पूजा को तमाशा करार दिया था। कांग्रेस नेता उदित राज ने भी इस पर सवाल उठाये थे और कहा कि जिस दिन भारत में अन्धविश्वास खत्म हो जायेगा, देश खुद के लडाकू विमानों का निर्माण करना शुरू कर देगा।