इन दिनों राजनीति में बारिश कि तरह ही हर जगह से आरोपों की बारिश हो रही है। कांग्रेस हो या भारतीय जनता पार्टी दोनों ही दल एक दूसरे पर तंज़ कसने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे है।
हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर मुश्किलों से घिर गए थे। बता दे कि ‘हिंदू पाकिस्तान’ और ‘हिंदुवाद में तालिबान’ जैसे बयानों को लेकर शशि थरूर मुसीबतों से घिर गए थे।
परन्तु हाल ही में अपने बयानों में उन्होंने साफ़ कर दिया कि उन्हें अपने बयानों को लेकर कोई पछतावा नहीं है ना ही कोई खेद।
उन्होंने स्पष्ट किया, ‘मैंने यह नहीं कहा कि भारत हिंदू पाकिस्तान है। मैंने कहा कि अगर बीजेपी फिर से जीतती है और संसद के दोनों सदनों में उसके पास संख्या बल होता है तो हिंदू राष्ट्र के निर्माण की उनकी परियोजना को कोई नहीं रोक सकता जो पाकिस्तान की तरह होगा और इस तरह हम एक हिंदू पाकिस्तान बनकर रह जाएंगे।’
आने वाले चुनाव को लेकर शशि थरूर ने कांग्रेस की तरफ से भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष किया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि, “कांग्रेस जहां किसानों की दुर्दशा के मुद्दे उठा रही है वहीं बीजेपी ‘ध्रुवीकरण के एजेंडे’ को बढ़ावा देने के लिए किसी भी बात को बढ़ावा दे रही है क्योंकि उसके पास दिखाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है।
विदेश नीति के मोर्चे पर सरकार ‘विफल’ रही है और कांग्रेस इन ‘विफलताओं’ को उजागर करेगी क्योंकि ‘महज नारे’ बनकर रह गईं तथाकथित योजनाओं का जमीनी स्तर पर कोई प्रभाव नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मतदाताओं से सीधा सवाल है कि क्या आप 2014 की तुलना में बेहतर हैं? क्या आपके लिए ‘अच्छे दिन’ आ गए? अधिकतर लोग कहेंगे कि नहीं।’
शशि थरूर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। राहुल गांधी को लेकर भी उन्होंने अपनी राय रखी एवं कहा कि राहुल गांधी के हाल के ब्यान बहुत धारधार है एवं वह अब देश की चिंताओं से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं।